Friday, February 7, 2025
Homeएमपीबिजली कंपनी के मुख्य अभियंता ने नियमविरुद्ध तरीके से किया लाखों का...

बिजली कंपनी के मुख्य अभियंता ने नियमविरुद्ध तरीके से किया लाखों का लेन-देन, शिकायत के बाद एमडी ने गठित की जांच समिति

बिजली अधिकारी अपने भ्रष्ट और अनैतिक आचरण से कंपनी को लाखों-करोड़ों रुपये की आर्थिक क्षति पहुँचा रहे हैं। मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत सागर रीजन के मुख्य अभियंता रहे और वर्तमान में जबलपुर रीजन के मुख्य अभियंता कान्ति लाल वर्मा ने नियमविरुद्ध तरीके से कार्य करते हुए लाखों रुपये का लेन-देन किया।

इस संबंध में सागर निवासी अनुभव चतुर्वेदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था कि मुख्य अभियंता कांति लाल वर्मा के द्वारा सागर पदस्थापना के दौरान लगभग 30 लाख रुपये का लेन देन कर अपने पद का दुरुपयोग करते हुये नियमों के विपरीत कालोनियों के विद्युत विस्तार कार्य स्वीकृत किए गए, जिसकी जांच कराई जाए। शिकायतकर्ता ने अपने शिकायती पत्र की प्रतिलिपि ऊर्जा मंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा, मप्रपूक्षेविवि कंपनी के प्रबन्ध संचालक और लोकायुक्त को भी भेजी थी।

प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित शिकायतकर्ता के पत्र पर संज्ञान लेते हुए मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी प्रबंधन ने मुख्य अभियंता कान्ति लाल वर्मा के द्वारा सागर पदस्थापना के दौरान किए गए नियमविरुद्ध कार्यों की जांच के लिए तीन अधिकारियों की एक जांच समिति गठित की है। जिसके आदेश जारी कर दिए गए हैं।

आदेश में लिखा है कि अनुभव चतुर्वेदी, कटरा बाजार, सागर से प्राप्त शिकायत में उल्लेखित सागर पदस्थापना के दौरान कालोनियों में नियम विरुद्ध विद्युत विस्तार कार्य कराने एवं अन्य मुख्य बिंदुओ की जांच हेतु निम्नलिखित अधिकारियों का जांच दल गठित किया जाता है-

पीके क्षत्रीय- मुख्य अभियंता (प्रवर्तन), सागर
अजय दुग्गड़- महाप्रबंधक कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक (कार्य)
पीके अग्रवाल- महाप्रबंधक कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक (वाणिज्य)

शिकायत की छायाप्रति संलग्न प्रेषित है। समिति 15 दिवस में शिकायत की जांच कर बिन्दुवार प्रतिवेदन स्पष्ट अभिमत सहित प्रस्तुत करेगी।

शिकायतकर्ता अनुभव चतुर्वेदी ने अपनी शिकायत में कहा कि विद्युत विभाग पूर्व क्षेत्र में पदस्थ मुख्य अभियंता कांति लाल वर्मा द्वारा भ्रष्टाचार कर अपने परिजनों व सहयोगियों के नाम अकूल सम्पत्ति अर्जित की है, जिस पर इनके ऊपर कार्यवाही लम्बित है पर फिर भी श्री वर्मा अपनी हरकतों से बाज नहीं आये उनके द्वारा सागर में मुख्य अभियंता के पद पर पदस्थ रहते बडे लेन देन कर अपने पद का दुर्पयोग कर अधीनस्थ अधिकारियों पर अनैतिक दबाव बना नियमविरुद्ध कार्य कराये।

जिनमें तत्कालीन मुख्य अभियंता कांति लाल वर्मा के द्वारा सागर (ओ एंड एम) डिवीजन अंतर्गत आचरण ईको सिटी कालोनी के विद्युत विस्तार कार्य हेतु शासन के नियमानुसार कालोनी के पूर्ण लोड की गणना कर विद्युत सब-स्टेशन की स्थापना प्राक्कलन तैयार किये जाने के बजाय नियमविरुद्ध तरीके से उसी कालोनी को फेज-3 का नाम देकर 11 केवी एवं एलटी लाईन विस्तार का प्राक्कलन तैयार कर सबमिट किया गया और इस मामले में 12 लाख रुपये का लेन-देन किया गया।

वहीं दूसरे मामले में भी सागर (ओएंडएम) डिवीजन अंतर्गत मेघा सिटी कालोनी के विद्युत विस्तार कार्य हेतु शासन के नियमानुसार कालोनी के पूर्ण लोड की गणना कर विद्युत सब-स्टेशन की स्थापना प्राक्कलन तैयार किये जाने के बजाय नियमविरुद्ध तरीके से उसी कालोनी को फेज-2 का नाम देकर 11 केवी एवं एलटी लाईन विस्तार का प्राक्कलन तैयार कर सबमिट किया गया और इस मामले में 18 लाख रुपये का लेन-देन किया गया।

शिकायतकर्ता अनुभव चतुर्वेदी ने अपनी शिकायत में ये भी कहा कि कांति लाल वर्मा द्वारा सागर में मुख्य अभियंता के पद पर पदस्थ रहते अपने सहयोगियों के माध्यम से पैसे का लेन-देन कर ऐसे कई नियमविरुद्ध कार्य किये हैं, इस कारण उक्त दोनों कार्यों तथा मुख्य अभियंता वर्मा के कार्यकाल में स्वीकृत हुये कालोनियों के समस्त कार्यों की जांच कराई जाए। इसके अलावा जबलपुर क्षेत्र में पदस्थ रहते हुये ऊर्जा मंत्री, प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं एमडी के नाम पर लगातार अवैध वसूली करते रहें हैं।

Related Articles

समाचार LIVE

मध्य प्रदेश