मध्य प्रदेश विद्युत मंडल की उत्तरवर्ती बिजली कंपनियों के संयुक्त कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया है कि मध्य प्रदेश के 52 जिलों में कार्य करने वाले 45000 आउटसोर्स कर्मी एवं मीटर रीडर, संविदा अधिकारी व कर्मचारी और नियमित कर्मचारी आप तीन मांगों को लेकर 21 जनवरी से अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल पर जाएंगे।
तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल के दौरान प्रदेश के समस्त अधीक्षण अभियंता कार्यालयों के समक्ष धरना दिया जावेगा। संयुक्त संगठन के पदाधिकारियों के द्वारा कहा गया है कि प्रमुख सचिव के द्वारा आज तक वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। शोषित कर्मचारियों की मांगों पर आज दिनांक तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है।
संघ के शंभूनाथ सिंह, हरेंद्र श्रीवास्तव, रामकेवल यादव, अरुण ठाकुर, राहुल मालवीय, शिव राजपूत, शंकर यादव, अरुणेंद्र पांडे, मनोज भार्गव, कृष्णकांत द्विवेदी, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अरुण मालवीय, अजय कश्यप आदि के द्वारा आक्रोश जताते और अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि 20 जनवरी तक हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो विद्युत तंत्र को चलाएमान रखने वाले विद्युत कर्मचारियों के द्वारा अनिश्चितकालीन कामबंद आंदोलन किया जावेगा। इस दौरान विद्युत अवरोध होने पर मध्यप्रदेश शासन और मध्य प्रदेश राज्य विद्युत मंडल की उत्तरवर्ती बिजली कंपनियों के प्रबंध संचालक जिम्मेदार होंगे।