वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के वार्षिक अधिवेशन में केन्द्रीय कार्यसमिति व सामान्य सभा की बैठक का आयोजन 16 अक्टूबर को बुन्देलखंड की पावन धरती सागर किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि अखिलेश केशरवाणी कांग्रेस जिलाध्यक्ष सागर, सीएम उपायाय कार्यकारी अध्यक्ष की अध्यक्षता में कोटा, भोपाल, जबलपुर, वर्कशॉप कोटा, सीआरडब्ल्यूएस भोपाल से संघ के पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं रेल कर्मचारी हजारों की संख्या में उपस्थित हुए।
वार्षिक अधिवेशन में वंशवादी व तुगलकी विचारधारा के तानाशाह भटनागर एंड संस को भारी बहुमत से संघ से निष्कासित कर दिया गया। निष्कासन से रेल कर्मचारियों पदाधिकारियों व कार्यकताओं में हर्ष का माहौल है। कार्यकर्ता आजाद व नई उर्जा महसूस कर रहे हैं।
वार्षिक अधिवेशन में एनएफआईआर के सहायक महामंत्री व संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि संघ विरोधी गतिविधियो व भ्रष्टाचार के आरोपित संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर व उनके पुत्र अमित भटनागर को संघ की उच्च स्तरीय बैठक ( मुख्यालय कार्यकारिणी ) 7 अक्टूबर को आयोजित कर सर्वसहमति से पूर्ण बहुमत से उनके पदों से निलंबित कर 3 दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस मांगा था, परन्तु दोनों ने समय सीमा के अंदर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिसके पश्चात् संघ के संविधान व रेलवे के प्रावधानों के अनुसार संघ के कार्यकारी अध्यक्ष व अध्यक्ष का कार्यभार सम्हालने वाले सीएम उपाध्याय ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों कार्यकर्ताओ की सहमति पर भूतपूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर एवं भूतपूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को संघ से निष्कासित कर दिया।
मंडल अध्यक्ष, जबलपुर एसएन शुक्ला एवं मंडल सचिव डीपी अग्रवाल ने कहा कि किसानों के काले कृषि कानून की तर्ज पर श्रमिकों के लिए भी काले श्रमिक कानून बनाए जा रहे है। जिनको कम से कम रेलवे में हम लागू नहीं होने देंगे। इसके लिए एनएफआईआर के महामंत्री डॉ एम राघवैय्या लगातार सरकार पर दबाव बनाए हुए है। वहीं अधिवेशन में सीएम उपाध्याय का भारी बहुमत से अध्यक्ष पर मनोनयन किया गया।
संघ प्रवक्ता व संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि केन्द्र सरकार की मजदर विरोधी नीतियां, मौद्रीकरण, निगमीकरण व निजीकरण के खिलाफ लगातार संघ विरोध कर रहा है और रेल संपत्ति, रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों को पूंजीपतियों के यहां गिरवी रखने की सरकार की मंशा को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
इसके अलावा रेल आवासों की दुर्दशा में सुधार, महंगाई भत्ते का फ्रीज किये गए एरियर्स का भुगतान किया जाए, एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए, नाईट ड्यूटी एलाउन्स की सीलिंग वापस ली जाए, अतिरिक्त (बढ़े) एवं नये कार्यों के लिए पदों का सृजन किया जाए। रनिंग स्टॉफ की समस्याओं के निराकरण की दिशा में सार्थक एवं सकारात्मक प्रयास किये जाने आदि प्रस्तावों पर विचार विमर्श व मंथन कर प्रस्ताव पारित किए।
अधिवेशन में संघ के कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी, अब्दुल खालिक, उपाध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह, राजेश पांडे अमृत कौर, श्रीमति विजय लक्ष्मी, श्रीमति अनिता गोचर, मनोज अग्रवाल, बीएल मिश्रा, आरए सिंह, डॉ मो. शमशाद, अवधेश तिवारी, जेपी मीना, दीना यादव, संतोष यादव, एके पाठक, श्याम कला श्रीवास्तव समेत हजारों की संख्या में कार्यकर्ता एवं रेल कर्मचारी उपस्थित रहे।