वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ का 11वाँ द्विवार्षिक अधिवेशन 2 एवं 3 दिसम्बर को कोटा में कुलकर्णी मेमोरियल हॉल में एनएफआईआर के महामंत्री डॉ. एम. राघवैय्या के मुख्य आथित्य में सम्पन्न हुआ। समापन कार्यक्रम में विगत दिवस सामान्य सभा, खुला सत्र केन्द्रीय कार्यसमिति वर्किंग कमेटी की बैठक आयोजित हुई।
मुख्य कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. एम. राघवैय्या, राष्ट्रीय महामंत्री एनएफआईआर, नई दिल्ली व अध्यक्षता सीएम उपाध्याय अध्यक्ष, डब्ल्यूसीआरएमएस तथा विशिष्ठ अतिथि शांति धारीवाल, पंकज मेहता मंत्री राजस्थान सरकार सुधीर सरवरिया, सीडब्ल्यूएम डब्ल्यूआरएस कोटा सुप्रकाश सीनियर डीपीओ कोटा एमके जैन व आरआरके सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक एचसी मीना, डिप्टी सीपीओ आईआर, परमार सीनियर डीएमई, कोटा के रूप में समेत जोनल पदाधिकारी व आला अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता डॉ. एम. राघवैय्या ने अपने सम्बोधन में कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा निजीकरण, निगमीकरण का रास्ता अपनाया गया है, जिसे रोकने के लिए रेल कर्मी और उनके परिवार के प्रत्येक सदस्य को बाहर निकलना होगा। रेल को बेचना किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जाएगा। राघवैय्या ने एनपीएस सहित तमाम मुद्दों को लेकर अपनी बात अधिवेशन में उपस्थित तमाम अधिकारिया और रेल कर्मियो के समक्ष रखते हुए केन्द्र सरकार को आगाह किया है कि मत करो जुल्म इतना की नामो निशान मिट जाये। अधिवेशन में एनएफआईआर महासचिव एम. राघवैय्या ने केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों पर जमकर भड़ास निकाली। उनका कहना था ये सरकार पूँजीपतियों, उद्योगपतियों की है। उन्हें लाभ पहुँचाने के लिये रेलवे को बेचने तैयार है। इसको बचाना होगा इसके लिए जल्द ही एक्शन एलान तैयार किया जायेगा।
पमरे अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत और लगन से पमरे की प्रगति हो रही है। लोडिंग के मामले में पमरे आगे है। कई नए आयाम स्थापित पमरे में हुए है। कोरोना काल में भी काम का एक अच्छा वातावरण बना और रेल कार्य में कोई रूकावट नहीं हुई। विकास, विस्तार नई लाइन दोहरीकरण से लेकर हो रहे कार्यों से सभी को अवगत कराया। उन्होंने अधिवेशन में रेल मजदूर संघ के कार्यों की तारीफ की और धन्यवाद दिया।
डब्ल्यूसीआरएमएस के अध्यक्ष सीएम उपाध्याय व महामंत्री अशोक शर्मा ने रेलकर्मियो को संबोधित करते हुये कहा है कि जाग जाओ अब देर नहीं करना है, एनपीएस, निजीकरण बर्दाशत नही हैं। लंबे समय से सरकार और रेल मंत्री से हो रही चर्चा और पत्र व्यवहार से नतीजा कुछ नजर नही आ रहा। मजदूर हित को लेकर एनएफआईआर और डब्ल्यूसीआरएमएस सदैव तत्पर है। डॉ. एम. राघवैय्या और सभी अधिकारियों को अधिवेशन में उपस्थित होने पर आभार व्यक्त किया।
अधिवेशन का समापन जोनल कार्यकारिणी के चुनाव के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमें सीएम उपाध्याय अध्यक्ष तो वही अशोक शर्मा को महामंत्री की जिम्मेदारी फिर से मिली। अनुज तिवारी को कार्यकारी अध्यक्ष, कमलेश परिहार कोषाध्यक्ष, सतीश कुमार व आरके शर्मा को संयुक्त महामंत्री, एसएन शुक्ला, मंडल अध्यक्ष जबलपुर, रजेश पांडे मंडल अध्यक्ष भोपाल, एसके गुप्ता मंडल अध्यक्ष कोटा, जीतेन्द्र बहादुर सिंह मंडल अध्यक्ष वर्कशॉप कोटा, डीपी अग्रवाल, मंडल सचिव जबलपुर, अशोक शर्मा मंडल सचिव भोपाल, अब्दुल खालिक मंडल सचिव कोटा, मनोज अग्रवाल मंडल सचिव सीआरडब्ल्यूएस, अवधेश तिवारी सहायक महासचिव बीएल मिश्रा जोनल संगठन चुना गया।
आरए सिंह, रमेश कुमार यादव, केसी रजक, संतोष यादव, अफजल डॉ. मो. शमशाद, रामजी कुमार, मिलिंद कुमार, नेपाल सिंह, पुनीत वर्मा, डीएन यादव, मुकेश मिश्रा, सुनिल जाट, कुलदीप परसाई, दीपक केसरी, संजय चौधरी, त्रिभुवन सिंह, श्रीमति श्यामकला श्रीवास्तव, तरूण वत्रा, विजय दुबे, धमेन्द्र चौधरी, जयराम सिंह, मो. अरशद, अजय तिवारी, ललन प्रसाद रावत, वृंदावन यादव को वर्किंग कमेटी मेम्बर निर्वाचित घोषित किया गया।