जबलपुर के मोंटेसरी स्कूल का अस्तित्व खतरे में, दिन-ब-दिन कम हो रही प्रशिक्षणार्थियों की संख्या

मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित वर्षों पुराने मोंटेसरी स्कूल का अस्तित्व ख़तरे में नज़र आ रहा है। एक ओर शासकीय पूर्व प्राथमिक प्रशिक्षण संस्थान (मोंटेसरी स्कूल) के वर्तमान प्राचार्य लगभग 18 वर्षों से जमे हुए हैं, दूसरी ओर स्कूल में प्रशिक्षणार्थियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है।

मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2003 से शासकीय पूर्व प्राथमिक प्रशिक्षण संस्थान (मोंटेसरी स्कूल) जबलपुर में वर्तमान प्राचार्य लगभग 18 वर्षों से आज तक पदस्थ हैं। संस्थान में पदस्थ रहते हुए इन्होंने अपने लेन-देन के बल पर दो प्रोफार्मा पदोन्नति (पेपर पदोन्नति) प्राप्त की हैं।

संघ का आरोप है कि जब से वर्तमान प्राचार्य इस संस्थान में पदस्थ हुए हैं, संस्थान को दीमक की तरह चाट रहे हैं। इनके संस्थान में आने के बाद यहां चलने वाले प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षणार्थियों की संख्या दिन-ब-दिन कम हो रही है। संस्थान में प्राचार्य रहते हुए भी वे प्रभारी डीईओ एवं जेडी का कार्य भी करते चले आ रहे हैं। वर्तमान प्राचार्य का संस्थान व शासकीय आवास से ऐसा क्या लगाव है कि 18 वर्षों से जहाँ के तहाँ जमे हुए हैं।

संघ ने बताया कि 16 अगस्त 1954 को यह संस्था इसलिए प्रारंभ की गई थी कि गुणवत्तायुक्त एवं रोजगारमूलक प्रशिक्षण दिया जा सके। प्राचार्य 18 वर्षों में करोडों रुपये खर्च करने के बाद भी संस्था का अस्तित्व नहीं बचा पा रहे हैं। इसके साथ ही प्राचार्य शासन को गलत जानकारी देते हुए महाविद्यालय की जमीन को संस्था की बताते हुए करोडों रुपये का फण्ड नई शिक्षा नीति के नाम पर स्वीकृत कराने की जुगत में लगे हुए हैं।

संघ के योगेन्द्र दुबे, अरवेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, दुगेश पाण्डेय, मुन्नालाल पटेल, गोविन्द बिल्थरे, चन्दु जाउलकर, विपिन शर्मा, वीरेन्द्र तिवारी, घनश्याम पटेल, अजय दुबे, शकील खान, विपिन शर्मा, सुधीर पण्डया, उमेश पारखी, राकेश राव, सतेन्द्र ठाकुर, आरके गोलाटी, अरूण दुबे, अंकुर प्रताप सिंह, केके तिवारी, विवेक तिवारी, आकाश तिवारी, जितेन्द्र त्रिपाठी, अमित शर्मा आदि ने जबलपुर के प्रभारी मंत्री के नगर आगमन पर 18 वर्षों से एक की संस्थान में जमे प्राचार्य राम मोहन तिवारी को तत्काल संस्थान से हटाने की मांग की है। इस संबंध में संघ का प्रतिनिधि मण्डल प्रभारी मंत्री से मुलाकात भी करेगा।