बेरंग हुआ छोटे कर्मचारियों का रंगोत्सव: एमपी सरकार भूली होली त्यौहार अग्रिम का आदेश करना

मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने कार्यभारित स्थापना और स्थाई दल श्रमिकों को होली त्यौहार अग्रिम ना दिये जाने को कर्मचारियों की आशाओं पर पानी फिरना बताया है। कर्मचारी आशाएं लगाये बैठे थे कि उन्हें त्यौहार अग्रिम मिलेगा, जिससे वह होली त्यौहार को खुशी से मनायेगें, लेकिन सरकार अग्रिम देने का आदेश करना ही भूल गई। 2019 में होली, दीपावली, रक्षाबंधन में कर्मचारियों को 10 हजार रूपये त्यौहार अग्रिम दिया गया है, इस त्यौहार में अग्रिम देने के आदेश ही जारी नहीं किये गये, जो अग्रिम दिया जाता है उसकी वसूली प्रतिमाह समान 12 किस्तों में की जाती है। इस वर्ष अग्रिम ना दिये जाने से कर्मचारियों की होली बेरंग रहेगी।

होली त्यौहार अग्रिम हिरन जलसंसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, संसाधन, शिक्षा, राजस्व वन विभाग, कृषि विभागों में कार्यरत कार्यभारित स्थापना के समय पाल चौकीदार, चपरासी, खलासी, वन श्रमिक, माली, स्वीपर, खानसामा मेट, कुशल, अर्धकुशल, अकुशल श्रमिकों को अग्रिम नहीं दिया गया जिससे कर्मचारियों में भारी नाराजगी है।

मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, नरेश शुक्ला, मुकेश चर्तवेर्दी, संतोश मिश्रा, संजय गुजराल रविकांत दहायत, अजय दुबे, यूएस करोसिया, योगेश चौधरी, प्रशांत सोंधिया, विश्वदीप पटैरिया, प्रदीप पटैल, देव दोनेरिया, धीरेन्द्र सिंह, मुकेश मरकाम, योगेन्द्र मिश्रा, आलोक अग्निहोत्री, चंदू जाउलकर, मुकेश मिश्रा, नरेन्द्र सैन, मंसूर बेग, संतोष दुबे ने कर्मचारियों को त्यौहार अग्रिम ना दिये जाने की घोर निंदा की है। उधार के पैसे ना मिलने से कर्मचारियों की आस में पानी फिर गया है, मोर्चा पदाधिकारियों ने त्यौहार अग्रिम के आदेश समय पर करने की माँग की है।