मध्य प्रदेश की पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा 7 साल से अधिक समय से गुमशुदा बिजली कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने के लिए जारी किया गया आदेश स्वागत योग्य है और इसके लिए मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ कंपनी प्रबंधन का आभार प्रगट करता है।
संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि इसके साथ ही सन 1998 से लेकर आज तक हजारों मृत बिजली कर्मी ऐसे हैं जो कर्तव्य का निर्वहन करते हुए ड्यूटी टाइम में विभिन्न कारणों से मृत हो गए थे, उनके आश्रित भी कई वर्षों से बिजली कंपनी में अनुकंपा नियुक्ति की राह देख रहे हैं। इनमें नियमित कर्मचारियों के साथ ही संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी भी शामिल हैं, जिनकी मृत्यु के बाद उनके आश्रित अनुकंपा नियुक्ति की आस में आर्थिक कठिनाइयों के बीच जैसे-तैसे जीवन यापन कर रहे हैं।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों का प्रबंधन इस तरह की संवेदनशीलता का परिचय देते हुए न केवल नियमित और संविदा कर्मचारियों के आश्रितों को बिना शर्त अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करे, अपितु आउटसोर्स कर्मियों के लिए भी मानव संसाधन नीति बनाकर उनका बिजली कंपनियों में संविलियन करे और ठेका प्रथा लागू होने के बाद से आज तक मृत हुए सभी बिजली आउटसोर्स कर्मियों के आश्रितों को भी अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करे।