मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने आशाराम मेश्राम संयुक्त कलेक्टर जबलपुर को जिला निर्वाचन अधिकारी जबलपुर के नाम का ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि विधानसभा चुनाव 2023 के प्रथम चरण के प्रशिक्षण दौरान जल संसाधन विभाग में कार्यरत 58 वर्षीय सालिगराम नागवंशी की पीएसएम कालेज में प्रशिक्षण के दौरान बेहोश होकर चक्कर आने के पश्चात् मृत्यु हो गई।
प्रशिक्षण प्रभारी उप संचालक कृषि, जो पीएसएम चुनाव प्रशिक्षण प्रभारी हैं, के द्वारा सालिगराम नागवंशी को अस्पताल पहुंचाने में लेट-लतीफी की गई, जिस कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका और उनकी मृत्यु हो गई। यदि प्रशिक्षण प्रभारी द्वारा उन्हें समय पर तत्काल अस्पताल पहुंचा दिया गया होता शायद यह घटना नहीं हो पाती।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चुनाव कार्य में लगे कर्मचारियों की यदि मृत्यु हो तो उसे उचित मुआवजा दिये जाने का प्रावधान किया गया है। अतः चुनाव प्रशिक्षण के दौरान मृत कर्मचारी को 50 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को एक माह के भीतर अनुकम्पा नियुक्ति एवं लापरवाह पीएसएम चुनाव प्रशिक्षण अधिकारी उप संचालक कृषि को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाये।
इस दौरान संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, आलोक अग्निहोत्री, ब्रजेश मिश्रा, अंकित चौरसिया, चूरामन गूजर, सीएन शुक्ला, शैलेन्द्र दुबे, मनोज सिंह, वीरेन्द्र चंदेल, एसपी बाथरे, अमित पटेल, रवि महलोनिया, सुशील गर्ग, हेमन्त गौतम, सतीश देशमुख, पंकज जायसवाल, योगेश कपूर, अभिषेक वर्मा, प्रीतोष तारे, टोनी एम्ब्रोस बलराम बाल्मीक, कमलेश पटेल, हिमारत मार्को, तुषरेन्द्र सिंह सेंगर, नीरज कौरव, निशांक तिवारी आदि ने जिला निर्वाचन अधिकारी जबलपुर से मांग की है कि मृत कर्मचारी के परिवार को तत्काल 50 लाख रूपये मुआवजा एवं परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाये और दोषी अधिकारी को तत्काल निलंबित किया जाये।