जबलपुर कलेक्टर कार्यालय ने सभी सभी विभागों के जिला प्रमुखों से ऐसे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सूची तत्काल भेजने के निर्देश दिये हैं, जो शासन द्वारा स्थानांतरित किये गये है लेकिन आदर्श आचरण संहिता लागू होने के पूर्व उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया है।
कलेक्टर कार्यालय के मुताबिक सभी जिला प्रमुखों को ऐसे अधिकारियों कर्मचारियों की सूची निर्धारित प्रारूप में [email protected] पर तत्काल अपलोड करनी होगी तथा इसकी प्रति कलेक्टर कार्यालय को भी सौंपनी होगी ताकि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय भोपाल की ओर इसे प्रेषित किया जा सके।
वहीं दूसरी ओर विधानसभा चुनाव कराने गठित मतदान दलों में नियुक्त अधिकारियों कर्मचारियों का दूसरे चरण का प्रशिक्षण आज मंगलवार से माढ़ोताल स्थित श्रीराम इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी में प्रारम्भ हो गया है। मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण 9 नवम्बर तक चलेगा वहीं मतदान कर्मियों के साथ-साथ यहाँ माइक्रो आब्जर्बर और एसपीओ (विशेष पुलिस अधिकारी) बनाये गये कर्मचारियों को भी आज श्रीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी भवन में दूसरे चरण का प्रशिक्षण दिया गया।
मतदान कर्मी, माइक्रो आब्जर्बर तथा विशेष पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण स्थल पर ही डाक मतपत्र से मतदान की सुविधा भी दी गई। इसके लिये यहाँ प्रत्येक विधानसभा के लिए तीन-तीन विधानसभा सुविधा केंद्र बनाये गये हैं।
मतदान कर्मी, माइक्रो आब्जर्बर तथा विशेष पुलिस अधिकारी बनाये गये कर्मचारियों को भी डाकमत पत्र से मतदान करने प्रशिक्षण स्थल पर ही अलग से बनाये गये सुविधा केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। चुनाव कार्य से संलग्न वाहनों के ड्राइवर-क्लीनर को भी डाकमत पत्र से मतदान की सुविधा दी गई है। प्रशिक्षण के पहले दिन करीब 2 हजार मतदान कर्मियों ने डाकमत पत्र से मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के साथ श्रीराम इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी पहुँचकर मतदान कर्मियों के चल रहे प्रशिक्षण का जायजा लिया तथा मतदान कर्मियों द्वारा डाक मतपत्र से किये जा रहे मतदान की प्रक्रिया का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती जयति सिंह भी मौजूद थीं।