मध्य प्रदेश में स्थित 220 के.व्ही. का एक सबस्टेशन 132 KV के 5 ट्रांसफार्मर वाला पहला अति उच्चदाब सबस्टेशन बन गया है।
एमपी पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने इंदौर के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर सेक्टर-तीन के 220 के.व्ही. सबस्टेशन में नया 50 एम.व्ही.ए. क्षमता का एक अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है।
मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि पीथमपुर क्षेत्र में औद्योगिक इकाईयों को उनकी मांग के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये एमपी ट्रांसको ने लगभग 6.4 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से इस अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर को स्थापित कर ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल की है।
अब इस औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न उपक्रमों को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति प्राप्त होगी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने इस सफलता के लिये एमपी ट्रांसको के कार्मिकों को बधाई दी है।
एमपी ट्रांसको इंदौर के कार्यपालन अभियंता विश्वप्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से पीथमपुर सेक्टर-तीन सबस्टेशन की क्षमता बढकर 759 एम.व्ही.ए. की हो गई है।
एमपी ट्रांसकों इंदौर क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण सबस्टेशन से औद्योगिक क्षेत्र के लिये अपने 33 के.व्ही. के 18 फीडरों के माध्यम से विद्युत आपूर्ति करती है। यह मप्र का पहला अति उच्चदाब सबस्टेशन है, जिसमें 132 के.व्ही. के 5 ट्रांसफार्मर लगाये गए है।
एमपी ट्रांसको की कुल स्थापित ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़कर अब 78278 एम.व्ही.ए. की हो गई है, जिसमें 400 के.व्ही. में 11095 एम.व्ही.ए., 220 के.व्ही. में 32595 एम.व्ही.ए. तथा 132 के.व्ही. में 34588 एम.व्ही.ए. क्षमता विद्यमान है।
एमपी ट्रांसको मध्यप्रदेश में अपने 415 अति उच्चदाब सबस्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है। जिसमें 400 के.व्ही. के 14, 220 के.व्ही. के 88 तथा 132 के.व्ही. के 313 सबस्टेशन शामिल है।