जबलपुर के रामपुर छापर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में सोमवार की रात भोजन करने के बाद छात्र-छात्राओं के बीमार होने के प्रकरण में विद्यालय की प्राचार्य तथा बालक एवं बालिका छात्रावास के अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि एकलव्य आवासीय विद्यालय में कल सोमवार की रात भोजन करने के बाद कई छात्र-छात्राओं को पेटदर्द एवं उल्टी की शिकायत होने पर जिला अस्पताल, मेडीकल कॉलेज एवं निजी अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य (व्याख्याता) श्रीमती गीता साहू को संभागायुक्त अभय वर्मा तथा विद्यालय के बालिका छात्रावास की अधीक्षक (प्राथमिक शिक्षक) श्रीमती ज्योति बाला गोल्हानी और बालक छात्रावास के अधीक्षक (उच्च श्रेणी शिक्षक) मोहन पटेल को कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन द्वारा निलंबित किया गया।
विद्यालय की प्राचार्य तथा बालक एवं बालिका छात्रावास के निलंबन की यह कार्यवाही कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन द्वारा घटना की जांच के लिए एसडीएम गोरखपुर के नेतृत्व में गठित समिति से मिले प्रतिवेदन के आधार पर की गई है। प्रतिवेदन में तीनों को घटना का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया था।
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बच्चों के बीमार होने के इस घटना की जांच के लिए एसडीएम गोरखपुर पंकज मिश्रा के नेतृत्व में छह सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। जांच समिति में प्रभारी सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण पीके सिंह, तहसीलदार गोरखपुर भरत सोनी, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सारिका दुबे तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव एवं संजय कुमार गुप्ता को शामिल किया गया था।
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने आज मंगलवार की सुबह जिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर यहाँ उपचार के लिये भर्ती एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के बच्चों से भेंट की तथा उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
इसके साथ ही कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने शाम को रामपुर छापर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पहुंचकर रसोई, मेस एवं स्टोर रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भोजन बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता परखी तथा विद्यालय के छात्र-छात्राओं और उनसे मिलने आये अभिभावकों से भी चर्चा की।