एमपी के शिक्षा विभाग में स्थानांतरण के बाद शुरू हुआ अतिशेष उद्योग

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की शिक्षा विभाग में चल रहे स्थानांतरण उद्योग के बाद अतिशेष के खेल के बारे में प्रभात साहू, अध्यक्ष महाननगर भारतीय जनता पार्टी जबलपुर को 6 सूत्रीय मांगप्रत्र सौंपकर अवगत कराया गया।

मांगपत्र में बताया गया कि माध्यमिक शालाओं की पद संरचना अनुसार विज्ञान विषय के पद को 5वां एवं हिन्दी विषय को 6वां पद माना जा रहा है, जबकि भर्ती के समय विज्ञान/गणित विषय में किसी एक पद को ही पहला पद माना गया था तथा हिन्दी विषय को तीसरा पद माना जाना था। बीच शिक्षा सत्र में पहले थोक के भाव स्वैच्छिक स्थानांतरण कर ग्रामीण क्षेत्र की शालाओं एक शिक्षकीय अथवा शिक्षक विहीन कर शिक्षकों को नगर की मनचाही शालाओं में पदस्थ कर दिया गया।

जब उक्त विद्यालय में दर्ज संख्या एवं विषयमान से पद रिक्त नहीं था तो फिर स्वैच्छिक स्थानांतरण से पद किस आधार पर किया गया। जारी अतिशेष सूची में जिन शिक्षकों के सेवानिवृत्ति एक वर्ष अथवा एक वर्ष से कम रह गया है, उन शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं, गंभीर रूप से बीमार एवं महिला शिक्षकों के नाम भी अतिशेष सूची में शामिल किये गये हैं। वर्तमान शिक्षा सत्र 2022-23 पूर्ण हो रहा है, माह मार्च 2023 में परीक्षा एवं परीक्षा परिणाम आना ही शेष रह गया है, ऐसी स्थिति में शिक्षकों को युक्तियुक्तकरण के नाम पर स्थानांतरित कर अन्य शालाओं में भेजने का प्रभाव परीक्षा परिणाम में भी पड़ेगा।

इस अवसर पर संघ के योगेन्द्र दुबे, संजय यादव, संध्या अवस्थी, ममता धनगर, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, बृजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डे, मनोज सिंह, नीरज मिश्रा, वीरेन्द्र चन्देल, एसपी वाथरे, चूरामन गुर्जर, वीरेन्द्र तिवारी, घनश्याम पटैल, रमेश उपाध्याय, प्रशांत श्रीवास्तव, शाहिल सिद्दीकी, गोविन्द विलथेर, रजनीश तिवारी, डीडी गुप्ता, राकेश राव, सत्येन्द्र ठाकुर, राजेन्द्र कुररिया आदि उपस्थित रहे।