मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कम्पनी द्वारा विद्युत गृहों की सुरक्षा हेतु भारतीय सेना के सेवानिवृत्त हो चुके सैनिकों को रोजगार देने की अभिनव पहल की है। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के इस निर्णय से जहां देश के पूर्व सैनिकों को सम्मानजनक रोजगार प्राप्त हुआ है, वहीं विद्युत गृहों की सुरक्षा व चौकसी पूर्व की तुलना में बेहतर हो गई।
भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के माध्यम से मिले सैनिक
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी ने मध्यप्रदेश भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति भोपाल को रक्षा मंत्रालय के पुनर्वास महानिदेशालय से समय समय पर जारी होने वाली दरों पर प्रतिदिन 633 सुरक्षा सैनिकों की तैनाती का आदेश जारी किया है। इस आदेश के पश्चात् पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल विद्युत गृहों में पूर्व सैनिकों की तैनाती प्रारंभ हो गई। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी को अपने ताप व जल विद्युत गृहों की सुरक्षा के लिए लगभग 800 पूर्व सैनिकों की आवश्यकता है।
206 बंदूकधारी सैनिक मुस्तैदी से संभाल रहे सुरक्षा
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल वि़द्युत गृहों की सुरक्षा के लिए वर्तमान में 450 पूर्व सैनिक तैनात किए गए हैं। इसमें 206 बंदूक से लैस हैं। वर्तमान में सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी में सुपरवाइजर सहित 181, संजय गांधी ताप विद्युत गृह में 53, श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया में 33, अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में 71, टोंस जल विद्युत गृह सिरमौर में 59, जल विद्युत परियोजना मरहीखेड़ा में 12, पेंच जल विद्युत गृह तोतलाडोह में 12, राजघाट जल विद्युत गृह चंदेरी व रानी अबंतीबाई जल विद्युत गृह बरगी में 3-3 और गांधीसागर जल विद्युत गृह में 20 सुरक्षा सैनिक मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं। श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया की आवासीय परिसर और प्लांट में कार्यरत महिला कार्मिकों की सहूलियत के लिए सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से आठ महिला सुरक्षा सैनिकों को नियुक्त किया गया है।
नि:शुल्क आवास की व्यवस्था
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा पूर्व सैनिकों के लिए नि:शुल्क आवास व्यवस्था की गई है। ऐसे सैनिक जो परिवार के साथ रहना चाहते हैं, उन्हें न्यूनतम दरों पर कंपनी के एकल आवास आवंटित किए जा रहे हैं।
भारतीय सेना के शारीरिक रूप से सक्षम पूर्व सैनिक जो मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कम्पनी के विद्युत गृहों में अपनी सेवा देना चाहते हैं, वे जिला सैनिक कल्याण समिति की शाखा से सम्पर्क कर पुनर्रोजगार पा सकते हैं।