हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार विष्णु खरे का आज बुधवार को दिल्ली में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। हाल ही में उन्हें ब्रेन हेमरेज के बाद दिल्ली के जीबी पंत सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष पद पर थे। एक सप्ताह पूर्व उन्हें स्ट्रोक आया था जिसके बाद उनका पूरा बायां हिस्सा पैरलाइज हो गया था। उनका परिवार मुंबई में रहता है। परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।
विष्णु खरे का जन्म 9 फरवरी 1940 को हुआ था। विष्णु खरे की गिनती देश के जाने-माने साहित्यकारों में होती है। हिंदी साहित्य में उनकी कवि, आलोचक, अनुवादक और पत्रकार की थी। इनकी आलोचना की पहली किताब काफी चर्चित रही। साहित्य में योगदान के लिए उन्हें दिल्ली सरकार के साहित्यिक योगदान पुरस्कार, रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार, भवानी प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार और मध्य प्रदेश शिखर सम्मान से सम्मानित भी किया जा चुका है।