लाड़ली बहना योजना में जुड़ेंगे और नाम, अक्टूबर महीने से खाते में भेजे जायेंगे 1250 रुपए: सीएम चौहान

एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की जनता को अपना परिवार बताते हुए कहा कि वे सरकार नहीं, परिवार चलाते है और लाड़ली बहनों के भाई हैं।

जबलपुर के गढ़ा में सीएम चौहान ने बताया कि बहनों की तकलीफ और पीड़ा को देखकर उनके आर्थिक सशक्तिकरण के लिये लाड़ली बहना योजना शुरू की और 1.25 करोड़ बहनों के सम्मान में 1000 रुपए प्रतिमाह उनके खाते में भेजे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अक्टूबर माह से 1250 रुपए भेजे जायेंगे तथा धीरे-धीरे राशि को बढ़ाकर 3000 रूपए तक किया जायेगा। जिन बहनों के नाम छूट गए उन्हें भी जोड़ा जाएगा।

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कुछ बहने ऐसी है जिन्‍होनें विवाह नहीं किया है उन्हें भी इस योजना में शामिल किया जाएगा। उन्‍होनें कहा कि 12वीं में 75 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप देते थे अब 60 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप दिया जाएगा। साथ ही अपने-अपने हायर सेकेण्‍ड्री में बारहवीं में सर्वाधिक अंक लाने वाली 3 बेटी व 3 बेटे को स्कूटी दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी का नाम छूट गया है तो उन्हें भी पक्का मकान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीमार होने पर इलाज की व्यवस्था भी उनकी सरकार ने की है।

सीएम चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना और उज्ज्वला योजना की हितग्राही बहनों को 450 रूपए में घरेलू गैस सिलेंडर दिया जाएगा, शीघ्र उनके खाते में यह राशि आएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि छटवीं और नौवी के विद्यार्थियों को साइकिल के लिए उनके खाते में 4500 रूपए की राशि डाली जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप की राशि प्रदान की गई है। छात्र-छात्रा मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई अब हिंदी में भी होगी ताकि गरीब के बच्चे भी पढ़ सके।

सीएम चौहान ने कहा कि नीट के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए सरकारी स्कूलों के बच्चों को 5 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। लैपटॉप, तीर्थ दर्शन, साइकिल वितरण सहित कई योजनाओं को पुन: शुरू किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में विकास के कार्य हुए तो दूसरी तरफ जनता के हित में योजनाएँ संचालित की गई। मुख्यमंत्री ने शुरूआत में गौतम मढिया के पास हनुमानजी के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर प्रदेश के कल्याण के लिए प्रार्थना की।