रेल और वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आरपीएफ कांस्टेबल इंदर सिंह यादव के मानवीय कार्य की सराहना की और उन्हें सम्मानित करने के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की। इंदर यादव 4 महीने के एक बच्चे के लिए दूध पहुंचाने के लिए चलती ट्रेन के पीछे भागे और उन्होंने कर्तव्यनिष्ठ भावना का प्रदर्शन किया।
श्रीमती शरीफ हाशमी अपने पति हसीन हाशमी और अपने 4 महीने के बच्चे के साथ बेलगाम से गोरखपुर जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में यात्रा कर रही थीं। उनका बच्चा दूध के लिए रो रहा था, क्योंकि पिछले किसी भी स्टेशन पर उन्हें बच्चे के लिए दूध नहीं मिल पा रहा था। श्रीमती हाशमी ने भोपाल स्टेशन पर कांस्टेबल इंदर यादव से मदद मांगी।
इंदर सिंह यादव तुरंत दौड़कर भोपाल स्टेशन के बाहर एक दुकान से दूध का पैकेट ले आए लेकिन ट्रेन चलने लगी। कांस्टेबल ने चलती ट्रेन के पीछे भागकर अपनी मानवता और साहस का परिचय दिया और कोच में महिला को दूध का पैकेट प्रदान किया।