मालवा और निमाड़ क्षेत्र में रबी की फसलों की सिंचाई अधिकाधिक मात्रा में होने से बिजली मांग में सतत बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है। पिछले एक माह की तुलना मे सोमवार को बिजली की अधिकतम मांग 1500 मेगावाट ज्यादा दर्ज हुई। एक माह पहले जहां अधिकतम मांग 3900 मेगावाट के करीब थी, वहीं यह मांग 4 नवंबर को 5600 मेगावाट रही। मालवा और निमाड़ क्षेत्र में पिछले चौबीस घंटे के दौरान करीब साढ़े नौ करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति हुई हैं।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि इस वर्ष बारिश का दौर सितंबर तक चलने से अक्टूबर अंत से रबी सीजन की बिजली मांग दर्ज होना शुरू हुई थी, कंपनी क्षेत्र में करीब चौदह लाख किसानों द्वारा सिंचाई करने से वर्तमान में प्रतिदिन मांग में बढ़ोत्तरी की स्थिति हैं। वर्तमान में सिर्फ किसानों के लिए ही दो हजार मेगावाट से ज्यादा की बिजली लग रही है। वहीं कुल बिजली मांग 5600 मेगावाट के करीब पहुंच चुकी हैं।
प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि कंपनी क्षेत्र में मांग सतत बढ़ेगी। इस रबी सीजन में भी अधिकतम बिजली मांग इंदौर जिले की ही करीब 900 मेगावाट पहुंचेगी। इसके बाद उज्जैन, धार, देवास, खरगोन में 700 से 800 मेगावाट और अन्य जिलों में 300 से 600 मेगावाट मांग रहेगी। उन्होंने बताया कि अगले एक-डेढ माह में कंपनी क्षेत्र अधिकतम बिजली मांग 7500 मेगावाट पहुंचने की संभावना हैं।
इस वर्ष 1679 करोड़ आपूर्ति
प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 1679 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति की जा चुकी हैं। यह गत वर्ष समान अवधि में की गई आपूर्ति करीब 48 करोड़ यूनिट ज्यादा हैं।