मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने भोपाल सूखी सेवनिया स्थित अपने 400 केवी सब-स्टेशन में भोपाल एवं मध्यप्रदेश का दूसरा 400/220/132 केवी 500 एमवीए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर स्थापित कर ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल की है।
एमपी ट्रांसको के मुख्य अभियंता प्रवीण गार्गव ने बताया कि लगभग 25 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से स्थापित इस ट्रांसफार्मर को भोपाल व उससे जुड़े क्षेत्रों में रबी सीजन के दौरान बढ़ने वाले लोड की संभावना को ध्यान में रखकर समयपूर्व ऊर्जीकृत करना एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था, परंतु 31 अक्टूबर को मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन से सेवानिवृत्त हुये अतिरिक्त मुख्य अभियंता डीएस बिसेन के विशेष प्रयास और अपनी सेवानिवृत्ति के पहले भोपाल के लिये यह ट्रांसफार्मर स्थापित कराने की उनकी अदम्य इच्छाशक्ति से एमपी ट्रांसको ने इस ट्रांसफार्मर को निर्धारित लक्ष्य से पहले ऊर्जीकृत कर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने इस कार्य से जुडे़ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।
400 केवी सब-स्टेशन भोपाल में इस विशेष डिजाइन से तैयार करवाये गये 500 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर को परंपरागत 315 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के लिये लगने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर में ही स्थापित करने से एमपी ट्रांसको को 185 एमवीए की अतिरिक्त ट्रांसफार्मेशन क्षमता उपलब्ध हो गई। इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से 400 केवी सब-स्टेशन भोपाल की क्षमता 1630 एमवीए की हो गई है।
एमपी ट्रांसको की कुल स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर अब 80484 एमवीए की हो गई है, जिसमें 400 केवी में 11380 एमवीए, 220 केवी में 33230 एमवीए तथा 132 केवी में 35874 एमवीए क्षमता विद्यमान है। एमपी ट्रांसको मध्यप्रदेश में अपने 416 अति उच्चदाब सब-स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है, जिसमें 400 केवी के 14, 220 केवी के 88 तथा 132 केवी के 314 सब-स्टेशन शामिल है। एमपी ट्रांसको के प्रदेश में कुल 1021 पावर ट्रांसफार्मर क्रियाशील है।