सड़कें खाली और गलियां सुनसान है,
अपने घरों में बैठे बंद सभी इंसान हैं,
एक पल के लिए ए जिंदगी रूक तो जाती,
जब हो गया सब कुछ बंद तो सब परेशान हैं
वाह रे वाह वायरस तू भी कमाल है,
तेरे डर से डर रहा हर इंसान हैं
आज बंद हुई सारी आवाजें हैं,
केवल चिड़ियों की चेहकती हुई आवाजें हैं,
चलो कुछ पल अपने लिए निकाला तो सही,
वरना घर पर ना रूकने के तो लाखों बहाने हैं
वाह रे वाह वायरस तू भी कमाल है,
तेरे डर से डर रहा हर इंसान हैं
अपने हौसले को बुलंद करने का वक्त आया है,
पूरी दुनिया को एक साथ लड़ने का वक्त आया है,
ना पीछे हटे कभी ना हटेंगे अब,
करोना वायरस को जड़ से मिटाने का, वक्त आया है
वाह रे वायरस तू भी कमाल है,
शायद तुझे पता नहीं कि ये हिंदुस्तान है
-दीपा सिंह