वाशिंगटन (हि.स.)। संयुक्त राज्य अमेरिका में शटडाउन संकट को टालने के प्रयास जारी हैं। इसके लिए संघीय सरकार नया विधेयक लेकर आई है। स्टॉपगैप फंडिंग विधेयक को अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की मंजूरी मिल गई है। अब इस पर उच्च सदन सीनेट में मतदान होना है। इसे सीनेट के पास भेज दिया गया है। आज अगर सीनेट की मंजूरी मिल जाती है तो अमेरिका के नागरिकों को क्रिसमस की छुट्टियों में शटडाउन की वजह से परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
द न्यूयॉर्क टाइम्स, एनबीसी न्यूज और सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट्स में कहा है कि संघीय सरकार इस संकट को टालने के प्रयास तो कर रही है पर उसने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाह नहीं मानी है। ट्रंप चाहते थे कि नए विधेयक में ऋण सीमा में वृद्धि शामिल की जाए। राष्ट्रपति जो बाइडेन की संघाय सरकर ने उनकी सलाह को दरकिनार कर दिया। इसलिए इसे ट्रंप के लिए झटका भी कहा जा सकता है।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के सभापति माइक जॉनसन ने नया विधेयक सदन में पेश किया। निचले सदन ने इसे 366-34 के भारी बहुमत से मंजूरी दी। जॉनसन ने कहा कि यह अमेरिका के लिए अच्छा परिणाम है। कांग्रेस देश में शटडाउन नहीं होने देने की पूरी कोशिश कर रही है। हालांकि ट्रंप अभी भी अपनी ऋण सीमा बढ़ाने की मांग पर अड़े हुए हैं। ऐसे में सीनेट से विधेयक के पास होने को लेकर अभी भी संशय है। ऋण सीमा बढ़ाने की ट्रंप की मांग के पीछे एलन मस्क का दिमाग माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने सरकारी खर्च कम करने की जिम्मेदारी मस्क को सौंपी है। कई सांसद इससे नाराज हैं। उनका कहना है कि मस्क कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं, लेकिन वह दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रभावशाली नेता चक शूमर ने एक्स पर लिखा है कि वह इस बात के लिए आश्वस्त हैं कि सीनेट शटडाउन को रोकने के लिए मतदान करेगी।