हाइकु- त्रिवेणी कुशवाहा

परमेश्वर
इस जीवन का है
खेवनहार।

तन मन है
अर्पण समर्पण
तारनहार।

संम्पूर्ण सृष्टि
निर्जीव सजीव है
ईश्वर संग।

भगवान है
जन्मदाता पालक
विनाशकारी।

हे महेश्वर
करि जोड़ी कर है
तेरा नमन।

हे सर्वव्यापी
बनाये हम पर
अपना प्रेम।

-त्रिवेणी कुशवाहा ‘त्रिवेणी’