कश्मीर नहीं देंगे,
जागीर नहीं देंगे
हम अपने भारत की,
तकदीर नहीं देंगे
तुम जितनी भी कोशिश,
इस पर आजमाओगे
हम उतनी ही ताकत से,
हर कोशिश तोडेंगे
हम अपने सपनों की,
तस्वीर नहीं देंगे
कश्मीर नहीं देंगे,
जागीर नहीं देंगे
कितनी उम्मीदों पर,
सेना का खून बहा
हर गम को पी करके,
कितनों का दर्द सहा
हम अपनी एकता की,
ये जंजीर नहीं देंगे
कश्मीर नहीं देंगे,
जागीर नहीं देंगे
कितनी अबलाओं ने,
अपना सिंदूर दिया
आजादी के खातिर,
हर सुख को त्याग दिया
राम के खातिर अब,
हम रहीम नहीं देंगे
कश्मीर नहीं देंगे,
जागीर नहीं देंगे
हर भारतवासी को,
माँ पर मर मिटना है
यदि चलें तोपें सरहद पर,
पीछे नहीं हटना है
हम अपनी होली का अब,
अबीर वही देंगे
कश्मीर नहीं देंगे,
जागीर नहीं देंगे
-रामसेवक वर्मा
विवेकानंद नगर, पुखरायां,
कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश