भारत के उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश एनवी रमना ने आज देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने न्यायाधीश एनवी रमना को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलायी।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्य न्यायाधीश एसए बोबड़े ने 24 मार्च को उनके नाम की सिफारिश सरकार को भेजी थी। 45 साल से ज्यादा का न्यायिक अनुभव रखने वाले और संवैधानिक मामलों के जानकार एनवी रमना का कार्यकाल 26 अगस्त 2022 तक रहेगा।
वरिष्ठ न्यायाधीश एनवी रमना का जन्म 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्ण जिले के पोन्नवरम गांव में एक कृषि परिवार में हुआ था। पहले वह दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी थे।
इसके अलावा वरिष्ठ न्यायाधीश एनवी रमना ने आंध्र प्रदेश न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। आंध्र प्रदेश के रहने वाले न्यायाधीश एनवी रमना वर्ष 2000 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में स्थायी न्यायाधीश के तौर पर चुने गए थे। इसके बाद फरवरी 2014 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति से पहले वह दिल्ली हाई कोर्ट में थे। लगभग 45 साल का लंबा अनुभव रखने वाले न्यायाधीश एनवी रमना उच्चतम न्यायालय के कई अहम फैसले सुनाने वाली संवैधानिक पीठ का हिस्सा रहे हैं।