मैं इस दशक के पहले बजट के लिए, जिसमें विजन भी है, एक्शन भी है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। बजट में जिन नए रीफॉर्म्स का ऐलान किया गया है, वो अर्थव्यवस्था को गति देने, देश के प्रत्येक नागरिक को आर्थिक रूप से सशक्त करने और इस दशक में अर्थव्यवस्था की नींव को मजबूत करने का काम करेंगे, ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही।
उन्होंने कहा कि बजट में कृषि क्षेत्र के लिए Integrated approach अपनाई गई, जिससे परंपरागत तौर तरीकों के साथ ही हॉर्टिकल्चर, फिशरीज, एनीमल हस्बेंड्री में वैल्यू एडिशन बढेगा और इससे भी रोजगार बढ़ेगा। ब्लू इंकोनॉमी के अंतर्गत युवाओं को फिश प्रोसेसिंग और मार्केटिंग क्षेत्र में भी नए अवसर मिलेंगे। किसान की आय दोगुनी हो, इसके प्रयासों के साथ ही, 16 एक्शन प्वाइंट्स बनाए गए हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार को बढ़ाने का काम करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रोजगार के प्रमुख क्षेत्र होते हैं, एग्रीकल्चर, इंफास्ट्रक्चर, टेक्सटाइल और टेक्नोलॉजी। इम्प्लॉयमेंट जनरेशन को बढ़ाने के लिए इन चारों पर इस बजट में बहुत जोर दिया गया है। आयुष्मान भारत योजना ने देश के हेल्थ सेक्टर को नया विस्तार दिया है। इस सेक्टर में ह्यूमन रीसोर्स- डॉक्टर, नर्स, अटेनडेंट के साथ ही मेडिकल डिवाइस मैन्यूफैक्चरिंग का बहुत स्कोप बना है। इसे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा नए निर्णय लिए गए हैं। आधुनिक भारत के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत महत्व है। इंफ्रास्ट्रक्चर का क्षेत्र भी बड़ा इंप्लायमेंट जनरेटर है। 100 लाख करोड़ रुपए से 65 सौ प्रोजेक्ट्स का निर्माण, बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर बढ़ाएगा। नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी से भी व्यापार, कारोबार, रोज़गार को लाभ होगा।