तस्वीर तेरी दिल में बसा रखा है
तुझे कई सदियों से अपना बना रखा है
इल्ज़ाम हम पर भी ये आया कई बार,
तूने मुझे अपने प्यार में पागल बना रखा है
आशिक है तेरे शहर में और भी कई,
तूने सबको अपना दीवाना बना रखा है
सब छूट गया मेरा काम धाम अब,
कहते हैं लोग तूने मुझे आवारा बना रखा है
तेरे हर ख्वाहिश को मैंने पूरा किया
तूने क्या मुझे सच में अब खुदा बना रखा है
इल्ज़ाम लगाया है कई लोगो ने मुझ पर,
तेरे वकील ने मगर अब तक मुझे बचा रखा है
-शिवम मिश्रा ‘गोविंद’
मुंबई, महाराष्ट्र