ओ माँ शेरावाली
तेरे दर पे आया एक सवाली
ओ माँ शेरावाली
बड़ी दयालु माता हो तुम,
सिंह है तेरी सवारी
कर दे मां कल्याण तू मेरा,
मैं हूँ एक भिखारी
झोली लेकर द्वार खड़ा हूँ,
सुन लो वैष्णव वाली
ओ माँ शेरावाली
मन की मुरादें पूरी कर दो,
जीवन बने निराला।
भक्तों के खातिर तुमने मैया जी,
पिया है दुःख का प्याला
द्वार तुम्हारे खड़ा हूँ कब से,
ले पूजा की थाली
ओ मां शेरावाली
अष्ट भुजी नौ निधि की दाता,
जनमानस बलिहारी
रूप बदल कर करती रक्षा,
दुनिया तुमसे हारी
वरद हस्त सिर पे रख दो,
मां संकट हरने वाली
ओ माँ शेरावाली
-राम सेवक वर्मा
विवेकानंद नगर, पुखरायां,
कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश