मेरी माँ- प्रीति वर्मा

मेरी दुनिया शुरू है माँ तेरे से
ऐसा कोई रास्ता बता
जिस से सदा रहूँ तेरे पास
ये रिश्ते नाते सब तोड़ दूँ
जिसने जन्म दिया सदा उस के साथ रहूँ
हर खुशी उस के कदमों में न्योछावर करूँ
क्या राम, क्या रहीम
मैं तो सदा तेरा नाम जपूँ
अब क्या कहूँ और क्या लिखूँ
तुझ से तो संसार बना
अब तुझे कैसे परिभाषित करूँ
मैं तो बस तेरे पर कुर्बान रहूँ
बस! अब तू ही बता ऐसा क्या करूँ
सदा तेरे साथ रहूँ

-प्रीति वर्मा