अनामिका गुप्ता
मान है
अभिमान है
इस देश की तू शान है
तुझसे ही तो राष्ट्र की
विश्व में पहचान है
सरल सरस और मधुर मधुर
हर जुबां पे तेरा गुणगान है
पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण
सबको बांध दिया एक धागे में
हिन्दी है भारत की गरिमा
तुझसे ही धन्य
मेरा भारत महान है
ऐ हिन्दी
तुझको मेरा प्रणाम है