सुजाता प्रसाद
स्वतंत्रत रचनाकार,
शिक्षिका सनराइज एकेडमी,
नई दिल्ली, भारत
आकाश से भी ऊंचा
व्यक्तित्व पिता का
परिवार पर कर देते
जो सब समर्पित,
अपने बच्चों के होते,
लाइट हाउस हैं, वही
पिता का त्याग,
उनका तप,
जीवन भर दी गई
उनकी आहुति
देता है परवरिश का
परिणाम सही
पिता हैं तो दुनिया है
कर लो बच्चों
उनका सम्मान सभी
करना मत अपमान कभी
उनके ऋण से हो सकते
हम कभी उऋण नहीं
सबकी पूर्ति करते हैं जो,
जिनकी कभी कोई
मांग नहीं रही,
उनकी क्षतिपूर्ति का पर,
ले पाता
कहां संज्ञान कोई