भोपाल (हि.स.)। सुहागिन महिलाओं को हर वर्ष करवा चौथ का बेसब्री से इंतजार रहता है। अखंड सौभाग्य, पति की लंबी आयु और बेहतर जीवन के लिए सुहागिन महिलाएं हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ पर निर्जला व्रत रखती हैं। इस व्रत में महिलाएं दिनभर उपवास रखते हुए रात को चंद्रमा के निकलने पर दर्शन और पूजन करते हुए अपना व्रत खोलती हैं।
करवाचौथ के चंद्रमा का शाम होते ही इंतजार आरंभ हो जाता है। चंद्रोदय के समय को सोशल मीडिया द्वारा तो बताया ही जा रहा है लेकिन वह आपके शहर का ही समय हो, यह जरूरी नहीं है। इसके लिये करवाचौथ का चंद्रमा आपके शहर में कब उदित होगा इसकी जानकारी नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।
सारिका ने बताया कि देश के पूर्वी राज्यों में यह सबसे पहले दर्शन देकर उसके लगभग 2 घंटे बाद पश्चिमी शहरों में उदित होगा। अरुणाचल प्रदेश के इटानगर में यह शाम 6 बजकर 50 मिनट पर उदित होना आरंभ होगा तो पश्चिम में सोमनाथ में चंद्रदर्शन के लिये 8 बजकर 43 मिनट तक का इंतजार करना होगा। इसी प्रकार मध्य प्रदेश में सिंगरौली में यह 7 बजकर 44 मिनट पर उदित होगा तो पश्चिम में नीमच में इसके दर्शन बजे 8 बजकर 17 मिनट से आरंभ होंगे।
सारिका ने बताया कि पंचांग कैलेंडर में किसी खास शहर का चंद्रोदय का समय होता है, लेकिन आपके शहर के लिये यह अलग हो सकता है। चंद्रोदय होना और आपके घर आंगन से चंद्रदर्शन होना दो अलग-अलग स्थितियां हैं। चंद्रोदय का जो समय किसी शहर के लिये बताया जाता है, उस समय चंद्रमा क्षितिज से ऊपर आना आरंभ करता है। इसके लगभग 15 मिनट बाद वह उस ऊंचाई को प्राप्त करता है जब आप इसके दर्शन करने की स्थिति में आ पाती हैं।
सरगी का महत्व और शुभ मुहूर्त
सुहागिन महिलाएं करवा चौथ पर सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत रखने का संकल्प लेती हैं और सास द्वारा दी गई सरगी का सेवन करती हैं। सरगी में मिठाई, फल, सेवईं, पूड़ी और साज-श्रृंगार का सामान दिया जाता है। इस वर्ष करवा चौथ का व्रत 20 अक्तूबर 2024, रविवार को रखा जाएगा। ऐसे में 20 अक्तूबर को सूर्योदय का समय सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर है। करवा चौथ पर सरगी सूर्योदय होने से दो घंटे पहले खाई जाती है। ऐसे में करवा चौथ पर सरगी खाने का शुभ मुहूर्त सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त
करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखते हुए शाम को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती, विघ्नहर्ता मंगलमूर्ति भगवान गणेश और चंद्रदेव की पूजा अर्चना करती हैं। इस बार करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत संयोग बना हुआ है। करवा चौथ पर 20 अक्तूबर को पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट लेकर शाम को 06 बजकर 54 मिनट तक रहेगा।
स्थान चंद्रोदय का समय (रात्रि)
नर्मदापुरम 08 बजकर 08 मिनट
इटारसी 08 बजकर 09 मिनट
भोपाल 08 बजकर 08 मिनट
सीहोर 08 बजकर 09 मिनट
रायसेन 08 बजकर 06 मिनट
उज्जैन 08 बजकर 15 मिनट
देवास 08 बजकर 15 मिनट
इंदौर 08 बजकर 16 मिनट
बड़वानी 08 बजकर 21 मिनट
खरगौन 08 बजकर 21 मिनट
झाबुआ 08 बजकर 21 मिनट
जबलपुर 07 बजकर 58 मिनट
छिंदवाड़ा 08 बजकर 04 मिनट
जयपुर 08 बजकर 05 मिनट
बांसवाड़ा 08 बजकर 19 मिनट
जोधपुर 08 बजकर 18 मिनट
अंबिकापुर 07 बजकर 44 मिनट
नई दिल्ली 07 बजकर 54 मिनट
मुम्बई 08 बजकर 37 मिनट
कोलकाता 07 बजकर 24 मिनट
अमृतसर 07 बजकर 55 मिनट
गुड़गांव 07 बजकर 55 मिनट
पटना 07 बजकर 30 मिनट