
Shrimad Bhagwat Katha: गोरखपुर की पावन भूमि पर कल रविवार 6 अप्रैल से आपके द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ होने जा रहा है, यह हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है। इस पावन अवसर पर मेरी ओर से आपको कोटिशः शुभकामनाएं एवं अभिनंदन।
आपने अपनी बाल्यावस्था में ही जिस भक्ति, धारणा और वाणी की शक्ति से श्रीमद्भागवत जैसे दिव्य ग्रंथ का प्रचार-प्रसार आरंभ किया है, वह निःसंदेह ईश्वर की विशेष कृपा और आपके संस्कारों का फल है। आपने पूर्व में जिन चार-पाँच स्थलों पर कथा की है, वहाँ भी आपकी वाणी ने श्रोताओं को भक्ति के सागर में डुबो दिया और उनके जीवन में आध्यात्मिक चेतना का संचार किया।
अब गोरखपुर में होने वाली यह कथा निश्चित रूप से एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करेगी। आपकी सहजता, ज्ञान और श्रद्धा भाव से युक्त कथावाचन शैली सभी के हृदय को स्पर्श करेगी और धर्म, भक्ति तथा मानव मूल्यों की ओर प्रेरित करेगी।
श्रीकृष्ण कृपा से आप निरंतर इसी प्रकार श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से संपूर्ण समाज में धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता की अलख जगाती रहें- यही कामना है।