द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के जबलपुर लोकल सेन्टर द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर सेमिनार आयोजित

द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), जबलपुर लोकल सेन्टर द्वारा ‘‘सोल्यूशन्स टू प्लास्टिक पॉल्यूशन‘‘ थीम पर सेमीनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. एसपी गौतम, पूर्व अध्यक्ष, सेन्ट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, नई दिल्ली मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। प्रोफेसर आरके भाटिया, फैकल्टी सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेन्ट, जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, जबलपुर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे तथा आलोक जैन, रीजनल ऑफिसर, मप्र पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, जबलपुर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।

कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। तत्पश्चात संस्था अध्यक्ष इंजी. प्रकाश चन्द्र दुबे एवं मानसेवी सचिव इंजी. संजय मेहता द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के कन्वीनर इंजी. राकेश जैन ने विश्व पर्यावरण दिवस की थीम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

इंजी. तरुण आनन्द, पूर्व अध्यक्ष, आईईआई, जबलपुर एवं डायरेक्टर, ओरिएंटल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट, जबलपुर ने इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।कांउसिल मेंबर इंजी राकेश राठौर ने इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के इतिहास और इसके गठन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था के अध्यक्ष इंजी. प्रकाश चंद्र दुबे ने पदासीन अतिथियों तथा सभाग्रह मे उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर आरके भाटिया ने विश्व पर्यावरण दिवस थीम पर पावर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रदान की।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आलोक जैन ने बताया कि विगत वर्ष से मप्र में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसके पालन हेतु पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तत्परता से इसमें जुटा है कि प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक खत्म किया जा सके। इसी के साथ ही समूचे देश में वैज्ञानिकों द्वारा इस कार्य में रिसर्च किया जा रहा है कि प्लास्टिक का अन्य किस कार्य में उपयोग किया जा सकता है, जिससे प्लास्टिक पॉल्यूशन खत्म हो सके तथा यह किफायती व व्यावहारिक भी हो।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एसपी गौतम ने पर्यावरण के महत्व को बताया तथा उन्होंने हमारे वेदों पुराणों में बताये गये पर्यावरण के महत्व को भी समझाया। उन्होंने यह भी बताया कि पुरातन काल से हमारे पूर्वज पर्यावरण के महत्व को जानते व समझते थे, इसलिए उन्होंने बहुत से पेड़ लगाये तथा पर्यावरण को सशक्त बनाने समूचे प्रयास जारी रखे।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गया। कार्यक्रम में अतिथियों का जीवन परिचय ब्रिगेडियर विपिन त्रिवेदी, इंजी. इंजी. अंजनी पाण्डे एवं डाँ. संजय वर्मा ने दिया। कार्यक्रम का संचालन इंजी. राकेश जैन ने किया तथा आभार प्रदर्शन इंजी. संजय मेहता मानसेवी सचिव ने किया।

कार्यक्रम में इंजी. तरुण आनंद, ब्रिगेडियर विपिन त्रिवेदी, इंजी. एनके मेहता, इंजी. अंजनी पाण्डे, डॉ. संजय वर्मा, इंजी. अयान सील, इंजी. आशीष चक्रवोर्ती, इंजी. सुरेन्द्र पवार, इंजी. कमल कांत गुप्ता, इंजी. रमण मेहता, इंजी. विनोद बिरथिरे, इंजी. व्हीके पंडया, दीक्षा मेहता आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।