मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों में संपत्ति कर की वसूली में 12 प्रतिशत की वृद्धि

मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों द्वारा विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष राजस्व/गैर-राजस्व करों की वसूली में 8 प्रतिशत और सम्पत्ति कर की वसूली में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि इससे नगरीय निकायों की वित्तीय स्थिति में सुधार आयेगा। साथ ही नगरीय निकायों में और अधिक विकास कार्य किये जा सकेंगे।

वित्तीय वर्ष 2021-22 में नगरीय निकायों को आय के विभिन्न स्रोतों से लगभग 2354 करोड़ रूपये की राजस्व प्राप्त हुई थी। वहीं  वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 2532 करोड़ रूपये की आय हुई है। नगरीय निकायों के सम्पत्ति कर में विगत वर्ष 1083 करोड़ रूपये के विरूद्ध इस वित्तीय वर्ष में 1206 करोड़ रूपये की वसूली दर्ज की गयी है। नगर निगमों में संपत्ति कर में विगत वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की  गयी है। वहीं नगर पालिका परिषदों में विगत वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। नगर परिषदों में विगत वर्ष की तुलना में 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।

प्रदेश में राजस्व में सर्वाधिक वृद्धि करने वाले नगर निगमों में उज्जैन, सिंगरौली, छिंदवाड़ा एवं ग्वालियर शामिल हैं। इनमें राजस्व प्राप्तियों में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं नगर पालिका परिषदों और नगर परिषदों में कोठरी, माचलपुर, इछावर, अम्बाह, शिवपुरी, आरोन, बारासिवनी, बरघाट तथा डिण्डोरी जैसे निकाय शामिल हैं, जिन्होंने  राजस्व प्राप्ति में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।