निरंकुश हुए संकुल प्राचार्य, स्थानांतरण के चार माह बाद भी नहीं पहुंचे सेवा अभिलेख

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की शासकीय माध्यमिक शाला समद पिपरिया संकुल केन्द्र शास. उ.मा.वि. बालक बरगी में पदस्थ शिक्षिका का स्वैच्छिक स्थानांतरण ईमलिया जिला दमोह कराया हुआ था, किन्तु शिक्षिका के स्थानांतरण के चार माह बीत जाने के बाद भी उनकी सेवा पुस्तिका एवं अन्य सेवा अभिलेख स्थानांतरित जिले में नहीं भेजे जाने के कारण शिक्षिका को अवकाश एवं अन्य आर्थिक लाभ नहीं मिल पा रहे हैं।

संकुल प्राचार्य बालक बरगी एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बार-बार पत्राचार करने एवं मौखिक निवेदन करने के बाद भी शिक्षिका श्रीमती ज्योति कटहरे की आज तक समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जिला शिक्षा अधिकारी का अपने अधीनस्थ संकुल प्राचार्यों पर कोई अंकुश नहीं है, संकुल प्राचार्य अपनी मनमानी कर शिक्षिकों को मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं ।

संघ के योगेन्द्र दुबे, संजय यादव, मिर्जा मंसूर बेग, मुकेश सिंह, आरके परोहा, गोविन्द विल्थरे, रजनीश तिवारी, डीडी गुप्ता, बीसी नामदेव, विश्वास शर्मा, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डे, ब्रजेश मिश्रा, एसपी बाथरे, वीरेन्द्र चन्देल, मनोज सिंह, चूरमन गुर्जर, परशुराम तिवारी, राकेश राव, सत्येन्द्र ठाकुर आदि ने कलेक्टर जिला जबलपुर से मांग की है कि स्थानांतरित शिक्षिका के समस्त सेवा अभिलेख जारी कराते के लिए दोषी संकुल प्राचार्य एवं निरंकुश जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए।