एमपी में खत्म होगा संविदा कल्चर, मुख्यमंत्री जल्द कर सकते हैं बड़ी घोषणा

मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के गोविंदपुरा भोपाल स्थित मुख्यालय में शिवपुरी के कोलारस में कार्य के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए स्वर्गीय नरोत्तम जाटव को विद्युत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम एवं पत्रोपाधि अभियंता संघ के बैनर तले सभी विद्युत अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा पीड़ित परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति एवं ₹50 लाख की दुर्घटना बीमा की मांग की एवं संविदा नीति 2023 में दोनों बिंदुओं को जोड़ने की मांग की गई।

विभिन्न क्षेत्रों से आए इंजीनियर एवं विद्युत कर्मियों के द्वारा रैली निकालते हुए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के नाम मध्य क्षेत्र कंपनी के प्रबंध संचालक को ज्ञापन सौंपा गया। 15 सदस्य प्रतिनिधिमंडल जिसमें यूनाइटेड फोरम के प्रदेश अध्यक्ष इंजी. व्हीकेएस परिहार एवं पत्रोपाधि अभियंता संघ केंद्रीय विधि सचिव केके आर्य शामिल थे, दोनों संगठन के पदाधिकारियों द्वारा प्रबंध संचालक के समक्ष पीड़ित परिवार को न्याय देने की बात रखी गई।

प्रबंध संचालक द्वारा बताया गया विभिन्न मदों से पीड़ित परिवार को 28 लाख मुआवजा राशि मिल रही है एवं ईएसआईसी से ₹3000 परिवार पेंशन एवं दो बच्चों को 750×2=1500 प्रतिमाह प्राप्त होगी। जिसके पश्चात संगठन का प्रतिनिधिमंडल ऊर्जा मंत्री के निवास स्थल पहुंचा जहां पर ऊर्जा मंत्री उपलब्ध ना होने के कारण ऊर्जा मंत्री के निज सचिव को भी ज्ञापन दिया गया। निज सचिव के द्वारा बताया गया कि आप जल्द से जल्द पीड़ित परिवार की जानकारी उपलब्ध कराएं ताकि ऊर्जा मंत्री की ओर से अनुकंपा नियुक्ति का प्रयास किया जा सके।

निजी सचिव के द्वारा बताया गया की संविदा नीति 2023 जो बिजली विभाग की आने वाली है, उसे कुछ और समय के लिए रोका गया है, क्योंकि राज्य शासन के द्वारा आने वाले समय में मुख्यमंत्री जी के द्वारा संविदा हित में बड़ी घोषणा करने होने वाली है, जिसमें संविदा कल्चर खत्म होने पर पहल की जा रही है। इसलिए पहले राज्य शासन की घोषणा होगी, उसके बाद ही विद्युत विभाग की संविदा नीति लाई जाएगी, ताकि राज्य शासन की नीति में जो प्रावधान किए जा रहे हैं वह विद्युत विभाग की नीति में भी जल्द से जल्द लागू किए जा सके।

संगठन ने आज के कार्यक्रम में आए हुए सभी बिजली इंजीनियर एवं कर्मचारियों से आग्रह किया है जिस प्रकार आज सभी अधिकारी कर्मचारी एकत्रित होकर पीड़ित परिवार के लिए न्याय दिलाने के एकत्रित हुए हैं, इसी प्रकार आगे भी हम सबकी मांगों पूरी कराने के लिए एकत्रित होकर सरकार एवं प्रबंधन से लड़ते रहेंगे।