बिजली कंपनी का फैसला: राजस्व बढ़ाने और विद्युत हानि कम करने मैदान में उतरेंगे आला अधिकारी

एसी कार्यालयों में बैठकर मातहतों पर हुक्म चलाने वाले बिजली विभाग के आला अधिकारियों के अरमानों पर कंपनी प्रबंधन ने पानी फेर दिया है। आला अधिकारियों ने अब एसी कार्यालयों से निकलकर हर मौसम में मैदान पर उतरना होगा। मध्यप्रदेश की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएँ देने और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कंपनी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मैदानी स्तर पर वृहद निरीक्षण किया जाएगा।

कंपनी द्वारा कंपनी मुख्यालय में पदस्थ मुख्य वित्तीय अधिकारी, निदेशक, मुख्य महाप्रबंधक, उप मुख्य महाप्रबंधक, महाप्रबंधक एवं उपमहाप्रबंधकों को अपने अधीनस्थ वृत्त कार्यालय के निरीक्षण के लिए पाबंद किया गया है। कंपनी का मानना है कि इस निरीक्षण अभियान से एक ओर जहाँ उपभोक्ताओं की शिकायतें जल्द हल होंगी, वहीं दूसरी ओर विद्युत प्रणाली के सुधार में मदद मिलेगी।   

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कहा है कि इस प्रकार का निरीक्षण निरंतर संचालित किया जाएगा। इससे कंपनी कार्यक्षेत्र के प्रत्येक जिले में हर स्तर पर प्रत्येक श्रेणी के उपभोक्ता को बेहतर विद्युत आपूर्ति मिल सकेगी और बेहतर उपभोक्ता सेवाएँ मुहैया कराई जा सकेंगी।

इस अभियान में किये जाने वाले कार्यों से उपभोक्ताओं को सही समय पर सही बिजली बिल मिलना, सही राशि के बिल, गलत बिल जारी नहीं होना, ऑनलाइन बिल जनरेट होना, ऑनलाइन पेमेंट अपडेट होना, कंज्यूमर इंडेक्सिंग, अमीटरीकृत कनेक्शनों में मीटर लगाना, मीटर संबंधी शिकायतें, समय पर सही रीडिंग होना, ट्रांसफार्मर संबंधी शिकायतें, विद्युत प्रदाय संबंधी शिकायतें, नवीन कनेक्शन संबंधी शिकायतों का निरीक्षण एवं निराकरण किया जाएगा।

साथ ही कंपनी के राजस्व को बढ़ाने के लिए विद्यमान कनेक्शनों का भार सत्यापन, बिलिंग दक्षता में वृद्धि, फीडरवार सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानियों में कमी आदि उपायों पर प्रभावी अमल कर सुधार किया जाएगा।