कोयले की कमी के बावजूद एमपी जेनको के ताप विद्युत गृहों ने बनाया सर्वाध‍िक विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान

मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कम्पनी लिमिटेड के ताप विद्युत गृहों द्वारा कोयले की कमी होने के बावजूद चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले दो माह अप्रैल व मई में कुल 4981 मिलियन यूनिट ताप विद्युत उत्पादन किया गया, जो दो माह में सर्वाध‍िक विद्युत उत्पादन करने का नया कीर्तिमान है। इससे पूर्व पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में अप्रैल व मई 2019 में 4527 मिलियन यूनिट ताप विद्युत उत्पादन किया गया था।

पावर जनरेटिंग कंपनी के श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना दोंगालिया (खंडवा) द्वारा इस दौरान 2660 मिलियन यूनिट, संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर ने 1316 मिलियन यूनिट, अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई ने 301 मिलियन यूनिट और सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी ने 704 मिलियन यूनिट ताप विद्युत उत्पादन किया।

इन विद्युत गृहों का उत्पादन इस अवध‍ि का सर्वश्रेष्ठ विद्युत उत्पादन है। ताप विद्युत गृहों का इस अवध‍ि में प्लांट लोड फेक्टर (पीएलएफ) 74.45 प्रतिशत (सारनी पावर हाउस दो व तीन को छोड़ कर) रहा। इस दौरान ताप विद्युत गृहों का ऑक्जलरी खपत 7 प्रतिशत एवं विशिष्ट तेल खपत 0.3 मिलीलीटर प्रति यूनिट रही।

मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों के उत्कृष्ट प्रदर्शन व नया कीर्तिमान बनाने पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग संजय दुबे एवं पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए ताप विद्युत गृहों के समस्त अभ‍ियंताओं व कार्मिकों को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि भविष्य में भी ताप विद्युत गृह उत्पादन के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन को बरकरार रखेंगे।