बिजली आउटसोर्स कर्मी हों जागरूक, एमपी ट्रांसको ने दी चिकित्सा लाभ और बीमा हित की जानकारी

मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मानव संसाधन व प्रशासन कार्यालय के तत्वावधान में भोपाल गोविन्दपुरा स्थित एमपी ट्रांसको के कार्यालय में कर्मचारी राज्य बीमा निगम की एक जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गयी। भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारी राज्य बीमा निगम (इएसआईसी)  एवं एमपी ट्रांसको द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए कर्मचारी राज्य बीमा निगम भोपाल के संयुक्त निदेशक श्री के सी झा ने कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा योजना एक बहुआयामी सामाजिक सुरक्षा प्रणाली है, श्रमिक आबादी और उनके आश्रितों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए यह योजना तैयार की गयी है।

मुख्य अभियंता (मानव संसाधन एवं प्रशासन) आरके खंडेलवाल ने आउटसोर्स कर्मचारियों को कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम 1948 के अंतर्गत चिकित्सा हितलाभ, बीमारी हितलाभ, मातृत्व हितलाभ, अपंगता हितलाभ, पुनर्वास हितलाभ, आश्रित हितलाभ, अंत्येष्टी हेतु सहायता के संबंध में विस्तार से जानकारी देकर योजना व लाभों के बारे में बताया। सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मंयक अग्रवाल ने बताया कि शासन द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों के चिकित्सा लाभ व बीमा हित के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम में कई प्रकार के प्रावधान किए गए हैं।

एमपी ट्रांसको की एचआर मैनेजर श्रीमती नुसरत सिद्दकी द्वारा कार्यशाला में बाहृय सेवा प्रदाता ठेकेदार तथा आउटसोर्स कर्मचारियों को अवगत कराया गया कि राज्य बीमा निगम में पंजीकृत कर्मी और आश्रितों के लिए पूर्ण चिकित्सा देखभाल के अलावा बीमित व्यक्ति बीमारी, अस्थायी या स्थायी अक्षमता आदि के कारण शारीरिक संकट के समय में विभिन्न प्रकार के नगद लाभों के भी हकदार हैं। बीमाकृत व्यक्तियों के आश्रित जो औद्योगिक दुर्घटनाओं में या रोजगार की चोट या व्यावसायिक खतरे के कारण मृत हो जाते हैं, उनके परिजन आश्रित लाभ नामक मासिक पेंशन के हकदार हैं।

एमपी ट्रांसको के विधि अधिकारी सियाराम शर्मा ने कानूनी पहलूओं को आसान भाषा में कार्यशाला में रखा। कार्यालय सहायक श्री एस के पुनेवार ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम से मिलने वाले हित लाभ और योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। संयुक्त निदेशक केसी झा द्वारा बाहृय सेवा प्रदाता ठेकेदारों एवं आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ सीधा संवाद कर उनके प्रश्नों व शंकाओं का समाधान किया गया।

एमपी ट्रांसको के मुख्य अभियंता (मानव संसाधन एवं प्रशासन) आरके खंडेलवाल ने कार्यक्रम के आयोजन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इस कार्यशाला में सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मंयक अग्रवाल, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक (एचआर) केके रात्रे एवं पीडीटीसी के निदेशक एके खत्री, बाहृय सेवा प्रदाता ठेकेदार तथा आउटसोर्स कर्मचारी एवं मानव संसाधन कार्यालय जबलपुर एवं मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी भोपाल कार्यालय के विभिन्न कार्मिक उपस्थित थे।