बिजली आउटसोर्स कर्मियों को नहीं दिया वेतन और पेनाल्टी से बचने ठेकेदार ने दे दिया फर्जी बैंक स्टेटमेंट

मध्य प्रदेश की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के ग्वालियर शहर वृत के अंतर्गत कार्य कर रही ठेका कंपनी सिग्मा इन्फोटेक ने आउटसोर्स कर्मियों को जनवरी 2022 से अब तक पाँच माह की बोनस राशि भुगतान नहीं किया है।

मप्र बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव ने बताया कि अधिकांश जगहों पर जीपीएफ ठेका कर्मियों के खाते में नहीं डाला गया है। यहाँ तक की एक सौ रुपये प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की पेनाल्टी से बचने हेतु संचा/संधा वृत्त भोपाल की ठेका कंपनी आर्यन सिक्योरिटी ने 7 जून 2022 को एचडीएफसी बैंक का यह झूठा बैंक स्टेटमेंट दिया कि उसने आउटसोर्स ठेकाकर्मियों को मई 2022 की सैलरी बांट दी है, जबकि वेतन अब तक नहीं दिया गया है।

आउटसोर्स कर्मचारियों ने इस आशय की शिकायत मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी गणेश शंकर मिश्रा को करते हुये उन्हें ज्ञापन सौंपा। मनोज भार्गव ने आज एमडी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि ग्वालियर व भोपाल रीजन में एनर्जी मीटर की एमआरआई करने, पोर्टल में एम्पीयर रीडिंग अपलोड करने, फोटो रीडिंग, सर्वे, मैपिंग आदि कार्य बिजली कम्पनी के हित में ऑनलाईन करवाये जा रहे हैं, इसलिए संविदा आउटसोर्स ठेका कर्मियों को बिजली कम्पनी की ओर से मोबाईल फोन व रीचार्ज खर्च राशि मुहैया करवाई जाये।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में 8 से 10 हजार रूपये प्रतिमाह पाने वाले बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों पर दबाव है कि वह स्वयं के रूपयों से मोबाइल खरीदकर व रीचार्ज भरवाकर बिजली कम्पनी का कार्य करें, वरना नौकरी छोड़ दें। इस वजह से 40 ठेकाकर्मी नौकरी से हट चुके हैं।

मनोज भार्गव ने बताया कि कुछ साल पहले मध्यक्षेत्र कम्पनी में आउटसोर्स कर्मियों को इन्टेक्स कम्पनी के मोबाइल बिजली कम्पनी के कार्य करने हेतु दिये गये थे, पर बाद में वह वापिस ले लिये गये। अब दोबारा ठेका कर्मियों को मोबाइल देने व रीचार्ज भरवाने की व्यवस्था बिजली कम्पनी को करनी चाहिए, ताकि बढ़ती मंहगाई में ठेका कर्मियों पर वित्तीय बोझ नहीं पड़े।