सरकार के पास भाजपा के जन संकल्प को पूरा करने का सही अवसर, यूनाइटेड फोरम ने पूर्व सीएम को सौंपा ज्ञापन

मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एवं इंजीनियर ने प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को ज्ञापन सौंपकर 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा जारी जन संकल्प पत्र में संविदा बिजली कर्मियों के लिए किए गए वादे की याद दिलाई। यूनाइटेड फोरम ने अपने ज्ञापन में कहा कि भाजपा के जन संकल्प 2013 ऊर्जा विभाग के पृष्ठ क्र. 33 के बिंदु क्र.6 में चुनाव जीतने के पश्चात् विद्युत विभाग में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों को नियमित करने का लिखित संकल्प दिया गया था।

उक्त संकल्प के संबंध में निरंतर फोरम के द्वारा पत्राचार किया गया, चिनार पार्क में स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से रैली निकालकर सड़कों पर झाड़ू लगाई एवं सद्बुद्धि यज्ञ के माध्यम से भाजपा जन संकल्प 2013 में लिखित वचन को याद कराया गया था। यह की गोविंदपुरा बिजली गेट पर अनेक बार भाजपा जन संकल्प 2013 में लिखित विद्युत संविदा कर्मियों को नियमित करने के संबंध में धरना प्रदर्शन रैली आदि कार्यक्रम किए गये। वर्ष 2013 के पश्चात से ही जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन के माध्यम से, कार्यक्रमों के माध्यम से, पत्रों के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को जन संकल्प 2013 स्मरण कराया गया किंतु उसके पश्चात भी उक्त संकल्प आज तक लंबित है।

यह की मध्य प्रदेश में एकमात्र विद्युत विभाग ही ऐसा विभाग है जिसके अंतर्गत कार्यरत विद्युत संविदा कर्मी नियमित भर्ती की संपूर्ण प्रक्रिया जो कि व्यापम एवं विद्युत विभाग द्वारा आयोजित की गई थी, के माध्यम से साक्षात्कार एवं लिखित परीक्षा में चयन होने के पश्चात संविदा पर भर्ती किए गए हैं, यह समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी आज वर्तमान में योग्यता अनुरूप नियमित पदों के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों के अंतर्गत 6000 लगभग विद्युत संविदा कर्मी कार्यरत हैं, जिनकी सेवा शर्तों में संविदा नीति 2018 लागू है, जिसके पश्चात यदि आज दिनांक में विद्युत संविदा कर्मियों को नियमित किया जाता है, तो इसमें मध्य प्रदेश सरकार पर किसी भी प्रकार का कोई वित्तीय भार नहीं आएगा।

विद्युत कंपनियों में कार्यरत कर्मचारी निरंतर कार्य के दौरान दुर्घटनाओं का शिकार हो गंभीर रूप से घायल एवं अपनी जान गंवा रहे हैं, जिसका कारण बढ़ते उपभोक्ता, अधिकारी-कर्मचारी की कमी, कार्य की अधिकता एवं मुख्य रूप से सेवा का असुरक्षित संविदा पर होना मानसिक अवसाद उत्पन्न करता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि विद्युत विभाग के कार्यक्रम में दिए गए उद्बोधन में आपने स्वयं स्वीकारा है कि विद्युत विभाग में अधिकारी एवं कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है और अब व्यवस्था सुधार हेतु यहां नियमित भर्तियों की आवश्यकता है।

जिसमें विद्युत संविदा कर्मी आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं कि विद्युत संविदा कर्मी योग्यताधारी, अनुभवी एवं हर उस मापदंड को पूरा करते हैं जो रिक्त पदों हेतु वांछनीय होती है, अतः भर्ती हेतु रिक्तियां निकालने के पूर्व उक्त पदों को सीधे विद्युत संविदा कर्मी से भरने हेतु आदेश जारी करने की कृपा करें, ताकि भाजपा जनसंकल्प 2013 भी पूरा हो साथ ही 10 वर्षों से अधिक समय से नियमित प्रक्रिया के कार्य में निरंतर तपस्या कर रहे आपके भांजे भांजियों का भविष्य भी सुरक्षित हो सके।

जान का जोखिम उठाकर निर्बाध 24 घंटे अटल ज्योति योजना को गुणवत्तापूर्ण मध्यप्रदेश में साकार करने वाले वर्षों से कार्यरत विद्युत संविदा कर्मियों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर भाजपा जनसंकल्प 2013 में लिखित नियमितीकरण का संकल्प 10 वर्ष पश्चात पूरा करवाने की कृपा करें। ज्ञापन सौंपते समय अजय शर्मा, सत्यम शर्मा, लखन शर्मा, सुशील शर्मा, अरविंद तिवारी, सुमित तिवारी, कमलेश जाटव, राजकुमार ठाकुर, मूल सिंह भवेदी आदि विद्युत संविदा अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।