सुविधा की जगह मुसीबत बन रहा IFMIS साफ्टवेयर, यात्रा भत्ते को तरस रहे लोक सेवक

जागरूक अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय कल्याण समिति मध्य प्रदेश ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश के अधिकारी एवं कर्मचारी आईएफएमआईएस साफ्टवेयर की जटिलता के कारण यात्रा भत्ता से वंचित हो रहे हैं। वे प्रतिदिन अपने फील्ड क्षेत्र में भ्रमण कार्य कर रहें है, परंतु उन्हें टीए का भुगतान नहीं हो रहा है। आईएफएमआईएस साफ्टवेयर की जटिलता के कारण कर्मचारी उसे पूर्णरूप से भर नहीं पाता है। टीए को सिर्फ कम्प्यूटर पर ही फीड किया जा सकता है। वहीं जो तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कम्प्यूटर चलाना नहीं जानते हैं, उन्हें भी भुगतान के लिए सिर्फ आनलाईन आवेदन ही करना पड़ता है। 

आईएफएमआईएस साफ्टवेयर में आनलाईन आवेदन नहीं हो पाने के कारण कर्मचारियों को टीए का भुगतान नहीं होने से आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सॉफ्टवेयर में जानकारी दस से ज्यादा प्रतिमाह की जाती है तो बार-बार सॉफ्टवेयर बाहर कर दे रहा है, जिससे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को टीए का भुगतान नहीं हो पा रहा है, जिससे कर्मचारियों को स्वयं के व्यय पर यात्रा करनी पड़ रही है। शासन द्वारा कर्मचारियों को यात्रा भुगतान के सॉफ्टवेयर में एंट्री का प्रशिक्षण आज तक नहीं दिया गया फिर कर्मचारी यात्रा देयको का ऑनलाइन एंट्री कैसे कर सकेगा।

संघ के उदित भदोरिया, प्रमोद तिवारी, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, आलोक अग्निहोत्री, ब्रजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डेय, मनोज सिं, वीरेन्द्र चंदेल, एसपी बाथरे, सीएन शुक्ला, चूरामन गूजर, संदीप चौबे, तुषरेन्द्र सिंह, नीरज कौरव, निशांक तिवारी, नवीन यादव, अशोक मेहरा, सतीश देशमुख, रमेश काम्बले, पंकज जायसवाल, प्रीतोष तारे, शेरसिंह, मनोज सिंह, अभिषेक वर्मा, वीरेन्द्र पटेल, रामकृष्ण तिवारी, रितुराज गुप्ता, अमित गौतम, अनिल दुबे, शैलेन्द्र दुबे, अतुल पाण्डे आदि ने प्रदेश के वित्तमंत्री को ईमेल कर मांग की है राज्य के कर्मचारियों को आफलाईन टीए का भुगतान किया जाये।