पर्यटन मंत्रालय की बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश ने जीते दो अवार्ड

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन मंत्रालय की बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश ने फिर शीर्ष स्थान हासिल किया गया है।

प्रदेश के ग्राम मंडला और खोखरा 2023 के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव के रूप में चुने गए हैं। नई दिल्ली के भारत मंडपम् कन्वेंशन सेंटर में पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में पन्ना के मडला ग्राम को स्वर्ण श्रेणी और सीधी के खोखरा ग्राम को कांस्य श्रेणी में सम्मानित किया गया है।

सम्मान समारोह में सचिव, पर्यटन, भारत सरकार सुश्री वी. विद्यावती द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की ओर से अपर प्रबंध संचालक विवेक श्रोत्रिय और संचालक कौशल डॉ मनोज कुमार सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया।

प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने हर्ष जताते हुए ग्रामीण परियोजना विकास में प्रयासरत सभी अधिकारियों और सहभागी संस्थाओं को बधाई दी है। उन्होंने आशा की कि सभी के एकजुट प्रयासों से मध्यप्रदेश को विश्व के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अग्रणी बनायेंगे।

उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार और ग्रामीण पर्यटन और ग्रामीण होम-स्टे के लिए केंद्रीय नोडल एजेंसी द्वारा बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता में 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 795 ग्रामों द्वारा आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें से 35 ग्रामों को स्वर्ण श्रेणी में नामांकित किया गया। इन 35 ग्रामों में से शीर्ष 5 ग्रामों को स्वर्ण श्रेणी में सम्मानित किया गया, जिसमे मध्यप्रदेश का मडला ग्राम शामिल है।

पन्ना का मंडला और सीधी का खोखरा ग्राम

पन्ना का मडला गाँव, खूबसूरत केन नदी के किनारे स्थित है, जो कि पन्ना टाइगर रिजर्व का एक गेट भी है। सीधी का खोखरा गाँव, संजय दूबरी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में स्थित है। दोनो गाँव ग्रामीण पर्यटन भ्रमण, होम-स्टे अनुभव, स्थानीय भोजन, कला और शिल्प में अनूठे हैं। समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य इन ग्रामों की विशेषता है।

ग्रामीण पर्यटन परियोजना

मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड न केवल पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कार्यरत है, अपितु संतुलित और संवहनीय पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है। यह सामाजिक-आर्थिक विकास को सक्षम कर मध्यप्रदेश को सम्पूर्ण पर्यटन अनुभव कराने वाले गंतव्य के रूप में स्थापित करता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रख टूरिज्म बोर्ड द्वारा रिस्पोंसिबल टूरिज्म मिशन का संचालन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत ग्रामीण पर्यटन परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश को विभिन्न सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताओं के कारण बघेलखंड, बुंदेलखंड, चंबल, मालवा, निमाड़ और महाकौशल जैसे छः प्रमुख सांस्कृतिक अनुभव क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इन क्षेत्रों में प्रचलित पर्यटन स्थलों के समीपस्थ 100 ग्रामों में ग्रामीण पर्यटन परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

इन ग्रामों में स्थानीय भ्रमण, स्थानीय वास्तुकला आधारित आवास, गैर रासायनिक परंपरागत भोजन, कला एवं शिल्प, स्थानीय भ्रमण, सुविधाजनक आवास, स्थानीय भोजन, स्थानीय सांस्कृतिक अनुभव तथा लोकगीत, लोक नृत्य, खेल-कूद, पूजा, उत्सव एवं त्योहारों का अनुभव, कला एवं हस्तकला का अनुभव एवं पर्यटन की आवश्यकतानुसार स्थानीय लोगों का कौशल उन्नयन जैसे 6 प्रमुख अंगों के लिए ग्रामीण पर्यटन अंतर्गत कार्य किया जा रहा है। मडला और खोखरा गाँव ग्रामीण पर्यटन परियोजना के तहत नवीन विकसित गाँव हैं।