एमपी के बिजली उपभोक्ताओं को लगा डबल झटका, विद्युत टैरिफ के बाद बढ़ी एफसीए दर

मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों की ओर एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा मप्र विद्युत नियामक आयोग के समक्ष प्रस्तुत विद्युत मूल्य वृद्धि याचिका पर आयोग ने टैरिफ में 2.64 प्रतिशत की वृद्धि किए जाने की अनुमति दे दी थी। इसी के साथ विद्युत नियामक आयोग ने इस वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही 1 अप्रैल से 30 जून 2022 तक के लिए फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट (एफसीए) की दर 6 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित कर दी है।

विद्युत जानकारों के अनुसार विद्युत नियामक आयोग द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए जारी विद्युत टैरिफ में जहां प्रति यूनिट 5 से 12 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के लिए एफसीए की दर 6 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित की गई है। अब उपभोक्ता का बिजली बिल नए टैरिफ के अनुसार बढ़ के आएगा ही, वहीं उसे प्रति यूनिट 6 पैसे अतिरिक्त और देने होंगे।

यहाँ उल्लेखनीय है कि मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी विद्युत उत्पादन की लागत में वृद्धि होने पर विद्युत नियामक आयोग के समक्ष एफसीए की दर में वृद्धि करने का प्रस्ताव पेश करती है। विद्युत उत्पादन की लागत कोयले की कीमत, विद्युत उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले स्पेशल ऑइल, परिवहन की लागत और तकनीकी हानि को आधार बनाकर हर तिमाही में रिवाइज की जाती है।