एमपी के कर्मचारियों ने लिया संकल्प: लेकर रहेंगे मुख्यमंत्री चिकित्सा योजना और पुरानी पेंशन

मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला संरक्षक योगेन्द्र दुबे एवं जिलाध्यक्ष अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने बताया है कि पुरानी पेंशन योजना बहाल करने और मुख्यमंत्री चिकित्सा योजना लागू करने की माँग को लेकर कर्मचारी सड़को पर होगा। होली मिलन समारोह के समय कर्मचारियों के अधिकतर समगठनों ने अपनी इन मांगों के लिए हर स्तर प्रदर्शन आंदोलन करने का संकल्प लेकर एकजुटता दिखाई। 

प्रदेश के लाखों अधिकारी-कर्मचारी महंगे इलाज ना करा पाने के कारण अधूरे इलाज में ही दम तोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री चिकित्सा योजना की लंबी कार्यवाही हो चुकी है, प्रतिमाह वेतन से कटने वाली राशि भी निर्धारित हो चुकी है, सभी कर्मी के सभी सदस्यों की पूरी जानकारी भी लगभग 15 माह पूर्व ही अपडेट हो चुकी है, लेकिन आदेश जारी नहीं किये गए इसलिए आज इस योजना का लाभ किसी को भी नहीं मिल रहा है।

2004 से नई भर्ती पर कर्मचारियों की पेंसन बंद कर दी गई है। पुरानी पेंशन बंद होने से कर्मचारियों का रिटायर होने के पश्चात का समय अंधकारमय हो गया है। आज कुछ प्रदेश पुरानी पेंशन बहाल करने की घोषणा कर चुके है। प्रदेश में करीबन 5 लाख अधिकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना के लाभ से दूर है इन्हें पुरानी पेंशन नहीं मिलेगी। केंद्रिय कर्मचारियों की सीजीएचएस चिकित्सा योजना के अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों को भी चिकित्सा इलाज की सुविधा और पुरानी पेंशन अत्यंत आवश्यक है।

अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, नरेश शुक्ला, विश्वदीप पटेरिया, संतोष मिश्रा, रविकांत दहायत, अजय दुबे, प्रशांत सोधिया, धीरेन्द्र सिंह, संजय गुजराल, देव दोनेरिया, मुकेश मरकाम, प्रदीप पटैल, मुकेश चतुर्वेदी, योगेन्द्र मिश्रा, एसके बांदिल, ब्रजेश तिवारी, विनय नामदेव, अर्जुन सोमवंसी, रवि बांगड़, आशुतोष तिवारी ने समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने और मुख्यमंत्री चिकित्सा योजना लागू करने की माँग की है। कर्मचारियों में बढ़ रहे आक्रोश को देखते हुए निकट दिनों में भोपाल स्तर पर बैठक कर आंदोलन की रूप रेखा पर चर्चा की जाना है। इस हेतु कर्मचारी नेता योगेन्द्र दुबे के साथ मांगों के समर्थन में संकल्प ले रहे हैं।