परिश्रम और ईमानदारी का इनाम: चार महीनों से मानदेय से वंचित हैं एमपी की आंगनवाडी कार्यकर्ता

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जबलपुर जिले की हजारों आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को मानदेय से वंचित रखा जा रहा है। आंगनवाडी कार्यकर्ताएं पूर्ण ईमानदारी और लगन के साथ अपनी सेवायें अनवरत देती हैं। आंगनवाडी कार्यकर्ता बीमार कुपोषित या विकलांग बच्चों को सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली से जोड़ने का कार्य करती हैं, बीमारी से ग्रसित बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से इलाज उपलब्ध कराती हैं।

आंगनवाडी कार्यकर्ता पूरक पोषाहार से संबंधित कार्य, टीकाकरण से संबंधित कार्य स्वास्थ्य जांच से संबंधित कार्य, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा से संबंधित कार्य एवं प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा से संबंधित आदि कार्य पूर्ण ईमानदारी और लगन से करती हैं। मुख्यमंत्री की जनअभियान योजनाओं में भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, परंतु उन्हें शासन द्वारा प्रदाय नगण्य मानदेय भी प्रतिमाह प्रदान नहीं किया जा रहा है। विगत 4 महीनों से भारत सरकार द्वारा प्राप्त अनुदान प्रदाय नहीं किया जा रहा है।

आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को अत्यंत आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस माह दीपावली का त्यौहार होने के कारण अधिक आर्थिक आवश्यकताएं होती हैं। शासन द्वारा प्रदाय ऋण का भुगतान भी इन्हें करना पडता है, जिसमें अत्यंत परेशानी हो रही है। अतः आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को तत्काल मानदेय भुगतान किया जाये। 

संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, मिर्जा मंसूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, ब्रजेश मिश्रा, वीरेन्द्र चंदेल, एसपी बाथरे, दुर्गेश पाण्डेय, सीएन शुक्ला, चूरामन गूजर, सतीश देशमुख, इंद्रजीत मिश्रा, अशोक मेहरा, नवीन यादव, योगेश कपूर, पंकज जायसवाल, हेमन्त गौतम, श्याम नारायण तिवारी, मेहश कोरी, नितिन शर्मा, संतोष तिवारी, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, अमित गौतम, शैलेन्द्र दुबे, रामकृष्ण तिवारी, संदीप चौबे, रितुराज गुप्ता, प्रमोद वर्मा, वीरेन्द्र सिंह ठाकुर, वीरेन्द्र पटेल, राकेश वर्मा, देवेन्द्र दाहिया, अभिषेक वर्मा, मनोज सिंह, शेरसिंह, राजाबाबू बैगा आदि ने जबलपुर कलेक्टर से मांग की है कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को केन्द्र से प्राप्त होने वाले मानदेय का भुगतान दीपावली त्योहार के पूर्व अतिशीघ्र कराया जाये।