मध्यप्रदेश के करदाताओं ने भरा सरकार का खजाना: राजस्व में हुई 17.13 प्रतिशत की बढ़ोतरी

मध्य प्रदेश के करदाताओं ने सरकार के खजाने में अच्छी खासी बढ़ोत्तरी की है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में सकल राजस्व प्राप्तियों में 17.13% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष सकल राजस्व प्राप्ति 57,720 करोड़ रुपए थी, जो इस वर्ष 67609 करोड़ रुपए हो गई हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 17.13% अधिक है।

वाणिज्यिक कर विभाग के अनुसार जीएसटी का लक्ष्य 21600 करोड़ रुपए का था, जिसके विरूद्ध 22206.01 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई। इस प्रकार प्राप्तियों में 102.81 प्रतिशत की उपलब्धि रही। नान जीएसटी करों में 16,540 करोड रुपए का लक्ष्य था, जिसके विरूद्ध 16745.35 करोड़ रुपए प्राप्ति कर 101.24 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल की गई।

इसके अलावा पंजीयन और स्टांप शुल्क में 7400 करोड़ रुपए के लक्ष्य के विरूद्ध 8164.85 करोड़ रुपए प्राप्ति कर 110.34 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई। आबकारी में 10,340 करोड़ रुपए लक्ष्य के विरुद्ध प्राप्ति 10386 करोड़ रुपए रही, जो 100.45 प्रतिशत है।

प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि यह करदाताओं में सरकार की नीतियों में विश्वास को दर्शाता है। विकास के प्रति प्रतिबद्धता के चलते करदाताओं का प्रदेश के विकास में सराहनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि करदाताओं के सहयोग के बिना हासिल नहीं हो सकती थी। उन्होंने सभी करदाताओं को अपना कर दायित्व पूरी ज़िम्मेदारी से निभाने के जज्बे की सराहना की है।