ट्रेक मेन्टेनर रेल कर्मियों को प्रताड़ित करना बंद करो: रेल मजदूर संघ ने भरी हुँकार

पश्चिम मध्य रेल प्रशासन ने ट्रेकमेन्टेनरों पर ज्यादती करते हुए पूर्व में पेट्रोलिंग पर चलने वाले पेट्रोलमेन-की मेन के साथ एक सहायक कर्मचारी को बंद करने का फरमान जारी करते हुए अकेले पेट्रोलमेन-कीमेन को कड़कढ़ाती ठंड में जंगली जानवरो से अपनी जान का बचाव करते हुए पेट्रोलिंग करनी होगी।

संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि उक्त फरमान से मेहनतकश ट्रेकमेन्टेनर्स कर्मचारियों में आकोश फैल गया। श्री शर्मा ने कहा कि पमरे के तीनो मंडलो में मनमाने मानसिक तरीके से नियम विरूद्ध 12 किमी तक का कुल पेट्रोलिंग की जगह 14 से लेकर 24 किमी तक की पेट्रोलिंग विभिन्न वीट बनाकर करवाई जा रही है जो कि अमानवीय तथा संरक्षा मानको व श्रमिक नियमो के विरूद्ध है , यह समस्या जबलपुर व कोटा मेडल में ज्यादा है।

उन्होने बताया कि उक्त मुद्दे को संघ के अध्यक्ष डॉ . आर.पी. भटनागर ने मुख्यालय पीएनएम में महाप्रबंधक के समक्ष अनेको बार उठाया गया परन्तु अश्वासन के उपरान्त आंशिक सुधार के पश्चात स्थिति में कोई खास प्रगति नहीं हुई, जिस पर रेल मजदूर संघ ने अब कड़ा रूख आख्तियार किया है।

संघ के प्रवक्ता व कार्यकारी महामंत्री सतीश कुमार व मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल ने कहा कि शीतकालीन पेट्रोलिंग अकेले एक कर्मचारी से नियम विरूद्ध 24 किमी तक करवाने से रेल संरक्षा मानको का पालन सम्भव नहीं हो सकेगा जिससे गंभीर रेल दुर्घटना व रेल कर्मी खुद हादसे का शिकार हो सकते है।

उक्त तुगलकी फरमान के खिलाफ रेल ट्रेकमेन्टेनरर्स कर्मियों ने पमरे मजदूर संघ के नेतृत्व में सतना, कटनी, सागर, दमोह आदि सेक्शनों में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। संयुक्त महामंत्री एस के वर्मा ने कहा कि फरमान वापस नही होने पर जबलपुर व कोटा मंडली के समस्त एडीईएन कार्यालय के समक्ष बृहद आन्दोलन प्रदर्शन सोमवार 9 नवम्बर को होगा।