मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना में युवाओं को प्रतिमाह मिलेगा 8 हजार रुपये स्टाईपेंड: सीएम चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं प्रदेश के युवाओं के संकल्प, समर्पण और सामर्थ्य की शक्ति से भलीभाँति परिचित हूँ। स्वामी विवेकानंद का मानना था कि कोई भी काम ऐसा नहीं जो हम नहीं कर सकते। प्रदेश के युवाओं पर भी यह बात पूरी तरह लागू होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है।

सीएम चौहान ने कहा कि इसी क्रम में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश को गढ़ने के लिए युवा अपना हर संभव योगदान दे सकें, इस उद्देश्य से प्रदेश के युवाओं के लिए उनके सुझावों को सम्मिलित करते हुए राज्य युवा नीति बनाई गई है। नीति में युवाओं को ही केंद्र में रखा गया है। हमारा प्रयास है कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न देकर विभिन्न कौशल सीखने और अपने आपको रोजगार के लिए तैयार करने के अवसर उपलब्ध कराएँ। युवा नीति और रोजगार के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने का हमारा अभियान युवा शक्ति के सपनों को साकार करने में सहायक होगा और हम मिल कर एक नए मध्यप्रदेश का निर्माण करेंगे। सीएम चौहान प्रदेश की युवा नीति और मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना पर युवाओं के प्रबोधन के लिए मुख्यमंत्री निवास परिसर में हुए कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

सीएम चौहान ने मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि योजना में युवाओं को बेहतर कमाई के लिए प्रशिक्षण तथा स्टाईपेंड उपलब्ध कराया जाएगा। योजना क्रियान्वयन के लिए एक हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। मध्यप्रदेश के 18 वर्ष या अधिक आयु के मूल निवासी 12वीं, आईटीआई, डिप्लोमा धारक, डिग्री एवं योजना के लिए पात्र हैं। योजना में न्यूनतम 8 हजार रुपए स्टाईपेंड प्रतिमाह उपलब्ध कराया जाएगा। युवा, इंजीनियरिंग, प्रबंधन, सेवा क्षेत्र, आईटी, वित्तीय सेवाओं, मीडिया और कला तथा कानूनी क्षेत्र में योजना का लाभ ले सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना क्रियान्वयन प्रक्रिया की भी जानकारी दी।

युवा ही प्रदेश को विकास और प्रगति की ओर अग्रसर करेंगे

सीएम चौहान ने कहा कि राज्य के आर्थिक और सामाजिक उत्थान में प्रभावी योगदान करने के लिए प्रदेश के युवाओं को अपनी दक्षता का पूर्ण विकास करने के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से युवा नीति लागू की गई है। नीति का उद्देश्य ऐसे युवा उद्यमी बनाना है, जो आत्म-विश्वास के साथ जोखिम लेने के लिए तैयार हों, आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था एवं संरचना के प्रति जागरूक हों, मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हों, कृषि एवं पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी हों, समावेशी एवं न्याय पूर्ण हों और प्रतिभागिता की भावना से युक्त हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि तथ्यों के आधार पर युक्तियुक्त निर्णय लेने में सक्षम, अपनी संस्कृति और संस्कारों के प्रति आदर भाव, राष्ट्र निर्माण एवं अपने कर्त्तव्यों के प्रति समर्पित, भविष्य में नेतृत्व प्रदान करने में समर्थ तथा शिक्षा और कौशल अर्जित कर रोजगार के योग्य युवा, प्रदेश को विकास और प्रगति की ओर अग्रसर करेंगे।

युवा नीति का कार्य-क्षेत्र

सीएम चौहान ने कहा कि युवा नीति के कार्य-क्षेत्र में शिक्षा एवं कौशल, रोजगार तथा उद्यमिता, स्वास्थ्य, युवा नेतृत्व और सामाजिक कार्य, खेल, कला, साहित्य, संस्कृति, विरासत से ‘मेरा प्रदेश-मेरा गौरव’ के भाव विकसित करने, संवहनीय पर्यावरण- सुरक्षा के लिए जागरूकता तथा समावेश और समता के लिए गतिविधियाँ संचालित करने तथा उनके लिए समर्पित रहना शामिल है। मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए रोजगार, युवा आयोग के पुनर्गठन, जिला स्तर पर विवेकानंद युवा संसाधन केन्द्रों की स्थापना, प्रतिवर्ष खेलो एमपी यूथ गेम्स के आयोजन, युवा अनुभव यात्रा, पर्यावरण के लिए जीवन-शैली तथा युवा नीति की अन्य उद्घोषणा संबंधी जानकारी दी।

शिक्षक के रूप में युवा नीति के बिन्दुओं पर डाला प्रकाश

सीएम चौहान ने एक शिक्षक के रूप में युवाओं को युवा नीति के विजन, उद्देश्यों, कार्यक्षेत्र पर बिंदुवार प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना के विभिन्न पहलुओं पर भी युवाओं से विस्तार से चर्चा की। सांसद वीडी शर्मा, राज्यसभा सदस्य सुश्री कविता पाटीदार, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा उपस्थित थे। इंदौर में हुई घटना में ईश्वर से दिवंगत व्यक्तियों की आत्मा की शांति और उनके परिचित एवं परिजन को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया।