कभी यूं ही एक काॅल बेवजह ही कर लिया करो या
कभी आ जाओ अचानक तो साथ पीयें ब्लैक काॅफ़ी
या नींबू वाली चाय ज़रा सी काली मिर्च डाल कर
तुम्हें पसंद हो तो अर्ल ग्रे की चुस्की साथ ले सकते हैं
वैसे दार्जिलिंग टी के फर्स्ट कप के बारे में क्या ख़याल है
न हो तो चलें हल्की बारिशों में और पीयें रास्ते में कहीं
कुल्हड़ों में अदरक इलायची वाली गर्म मसाला चाय
चाय की उठती भाप में तुम्हारा चेहरा तरल हो आएगा
वैसे ग्रीन टी के पारदर्शी कप से झांकता सुनहरा चेहरा भी
कुछ ख़ास ही होगा ना, पर दोस्त कभी मिलो तो सही
एक तसल्ली भरा दिन लेकर आओ ना कभी, फिर
स्ट्रॉन्ग फिल्टर काॅफ़ी का आइडिया भी अच्छा रहेगा
सोचो मत कभी कुछ प्लान यूं ही बेवजह कर लिया करो
देखो ना आजकल ये शामें जल्दी आ जाया करती हैं
इसलिए ही तो कह रही हूँ ना कि कभी यूंँ ही
कुछ नर्म गुनगुने दिनों में चाय-कॉफी पर मिल ही लेना
-नंदिता राजश्री