1.आवाज़
गहरे शोर के बीच
चुप हो गयी है
एक आवाज़
उसके भीतर के शोर को
चुप्पी की भाषा में पढ़ती हूँ!
2.
टूट गया है आवाज़ का एक पुल
बेआवाज़
यह कहते हुए
एक आवाज़ पुल बना रही थी!
3.
जिस आवाज़ ने गले लगाया
पीठ थपथपाई
शाबाशी दी
पोंछे आँसू
उसी के शब्दकोश से चले गए हैं सारे शब्द
बिना आवाज़ किए!
-अनु प्रिया